Monday, November 25, 2024
No menu items!
HomeLifestyleTravelफरीदाबाद में घूमने के लिए ये हैं अमेजिंग प्लेस, वीकेंड पर जाने...

फरीदाबाद में घूमने के लिए ये हैं अमेजिंग प्लेस, वीकेंड पर जाने की कर सकते हैं प्लानिंग

हरियाणा के दक्षिण-पूर्वी भाग में स्थित, फरीदाबाद सबसे बड़ा और प्रमुख औद्योगिक शहर है। हालांकि लोग राष्ट्रीय राजधानी का दौरा करते समय फरीदाबाद को भूल जाते हैं, लेकिन इस जगह में कुछ सुंदर पर्यटक आकर्षण हैं। आइए जानते हैं फरीदाबाद की कुछ खूबसूरत जगहों के बारे में।

राजा नाहर सिंह पैलेस

साउथ दिल्ली से लगभग 15 किमी दूर 19वीं शताब्दी में स्थापित, राजा नाहर सिंह पैलेस जाट नाहर सिंह के शाही परिवार द्वारा बनाया गया था। इस जगह को बल्लभगढ़ किला पैलेस के रूप में भी जाना जाता है। इस जगह में विशाल मंडप, शानदार आंगन, सुंदर कमरे, विशाल मेहराब और बहुत कुछ है। इससे आपको इस क्षेत्र के समृद्ध इतिहास की एक झलक पाने का मौका मिलता है।

बड़खल झील

बड़खल झील कभी एक लोकप्रिय पिकनिक स्थल था जहां पर्यटक बोटिंग, पक्षी देखने, खेल और बहुत कुछ का आनंद ले सकते थे। हालांकि, अब इस जगह को मानसून के मौसम में ही देखा जाता है, जब बारिश का पानी झील में भर जाता है। आप यहां मनोरंजक गतिविधियों जैसे घुड़सवारी, ऊंट की सवारी, और कई अन्य चीजों का लुफ्त पूरे साल उठा सकते हैं।

बाबा फरीद का मकबरा

बाबा फरीद 12वीं शताब्दी के एक सूफी पूज्य संत थे और माना जाता है कि इस शहर का नाम उन्हीं के नाम पर पड़ा। यह मकबरा 13 वीं शताब्दी में मुगलों द्वारा बनाया गया था। इस मकबरे में दो कब्रें हैं, एक सूफी संत की और दूसरी उनके बड़े बेटे की। कब्रों पर चादरें और फूल चढ़ाकर श्रद्धांजलि देने के लिए दुनिया भर से बहुत से लोग यहां आते हैं। यहां हर गुरुवार शाम को एक कव्वाली संगीत कार्यक्रम, महफिल-ए-समा में भाग लेने के लिए बहुत सारे लोगों पहुंचते हैं।

शिरडी साईं बाबा मंदिर

शिरडी साईं बाबा मंदिर शहर के सबसे फेमस धार्मिक स्थलों में से एक है और भक्त साल भर इस स्थान पर आते हैं। 3 एकड़ के क्षेत्र में बने इस मंदिर में द्वारका माई और धूनी की मूर्तियों के साथ श्री साईं बाबा की 5.25 फीट लंबी संगमरमर की मूर्ति है। दिन की शुरुआत बाबा के पवित्र स्नान से होती है और उसके बाद प्रतिदिन पांच बार आरती की जाती है।

नाहर सिंह क्रिकेट स्टेडियम

जाट नाहर सिंह के नाम पर, स्टेडियम को 1981 में 25,000 लोगों के बैठने की व्यवस्था के साथ बनाया गया था। स्टेडियम में 6 केंद्र और 3 अभ्यास पिच हैं। स्टेडियम में आयोजित पहला मैच 1982 की रणजी ट्रॉफी थी और 1987 में इसके पहले एकदिवसीय मैच की मेजबानी भी की थी।

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments