प्रकृति ने इतनी सुविधाएं हमें सौंपी हैं कि ज्यादातर लोग तो इनको यूज करना भी नहीं जानते. हो न हो आपके घर के पास उग सकने वाली घास भी कम काम की नहीं होती और गांवों, खेतों में तो मेंड-नालियों पर एक से बढकर बढिया पेड़-पौधे ऐसे मिल जाएंगे जिन्हें हम दैनिक प्रयोग में ले सकते हैं. आपने देखा ही होगा एकाद बार कि बंसुरी नामक छोटा सा पेड़ जिसे भैंस-गाय जैसे पशु भी बडे़ चाव से खाते हैं, से इंसान कुओं और नदियों का खारा पानी इसकी पत्तियां खाकर स्वादिष्ट बना सकता है.
अश्वगंधा के फायदे
अश्वगंधा एक सदाबहार झाड़ी है जो भारत, मध्य पूर्व और अफ्रीका के कुछ हिस्सों में पाई जाती है. इसकी जड़ें और नारंगी-लाल फल का प्रयोग सैकड़ों वर्षों से औषधीय प्रयोजनों के लिए किया गया है. इस जड़ी बूटी को भारतीय जीन्सेंग या विंटर चेरी भी कहा जाता है. अश्वगंधा का अर्थ ‘घोड़े की गंध’ है, जो इसकी जड़ों की विशिष्ट गंध को दर्शाता है.
हृदय के लिये लाभकारी
अश्वगंधा कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करता है. हृदय की मांशपेशियों को मजबूत करता है. अश्वगंधा कासेवन करने से रक्त संचार अच्छा रहता है, जिससे रक्त के थक्के नहीं जमते. जिससे हार्ट अटैक जैसे खतरनाक रोग से भी बचाता है.
अनिंद्रा दूर करें
अगर आपके नींद नहीं आती है तो अश्वगंधा चूर्ण या कैप्सूल का सेवन करें. अश्वगंधा कैप्सूल हमारे मस्तिष्क को ऊर्जा प्रदान करता है. जिससे नींद अच्छी आती है.
कैंसर का इलाज
अश्वगंधा प्राकृतिक औषधि के रूप में इस खतरनाक बीमारी से लड़ने का काम करती है. अश्वगंधा कैंसर फैलाने वाली कैंसर सेल्स को फैलने से रोकने का काम करती है.
हाइट बढाने के लिये
अगर समय से पहले आपका कद बढना बंद हो गया है तो अश्वगंधा का सेवन करें. अश्वगंधा से हाइट बढ़ती है. इसके लिये एक गिलास दूध में स्वादानुसार चीनी और दो चम्मच अशवगंधा चूर्ण मिलाकर पिएं.
इम्युनिटी सिस्टम मजबूत
प्रतिरक्षा प्रणाली यानि इम्युनिटी सिस्टम मजबूत बनाने के लिये अश्वगंधा का इस्तेमाल करें. अगर आपको एनीमिया रोग है तो इसके सेवन से आपको मदद मिलेगी.
बालों के लिेये लाभकारी
अगर आपके बाल टूट रहे हैं तो अश्वगंधा का इस्तेमाल करें. शरीर में कोर्टिसोल का स्तर बढने से बाल झड़ते हैं. अश्वगंधा शरीर में कोर्टिसोल के स्तर को कम करता है. जिससे बाल कम झड़ते हैं.