एपल ने एक नए पेटेंट में ये खुलासा हुआ है कि, कंपनी अंडर द डिस्प्ले फीचर को भविष्य के आईफोन में शामिल कर सकती है. Cupertino आधारित कंपनी ने हाल ही में आईफोन और मैकबुक के लिए इंटीग्रेटिंग बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन के रूप में एक नया पेटेंट दिया है. पेटेंट के बाद अब उन रिपोर्ट्स को लेकर पुष्टि होने लगी है कि आईफोन अपने आईफोन के लिए टचआईडी पर वापस जा रहा है.
कई रिपोर्ट्स में ये भी बताया गया है कि, एपल वापस अपने आईफोन के लिए टच आईडी ला सकता है. वहीं हाल के रिपोर्ट्स पर अगर यकीन करें तो कंपनी अपने आईफोन के लिए फेस आईडी भी ला सकती है. ये सबकुछ आईफोन 14 सीरीज में देखने को मिलेगा जहां एपल का नया अंडर डिस्प्ले टच आईडी मैकेनिज्म सामने आएगा. आईफोन 13 अगले महीने लॉन्च होने वाला है. ऐसे में उसमें नॉच के साथ फेस आईडी दी जा सकती है.
एंड्रॉयड स्मार्टफोन कंपनियां पहले ही अंडर डिस्प्ले फिंगरप्रिंट सेंसर को मिड रेंज से लेकर फ्लैगशिप डिवाइस में शामिल कर चुकी है. वहीं लोवर एंड फोन में भी अब फिंगरप्रिंट स्कैनर मिलना शुरू हो गया है जो फोन के पीछे रहता है या फिर पॉवर बटन पर लगा होता है. आईफोन X के बाद मार्केट में जितने भी आईफोन लॉन्च हुए हैं उनमें सभी में टच आईडी फीचर को हटा दिया गाय है या फिर पूरी तरह फेस आईडी पर काम करने के लिए बना दिया गया है.
क्यों एपल फेस आईडी से भाग रहा है
इसमें कई सारे फैक्टर्स शामिल हैं. बता दें कि कोरोना महामारी में यूजर्स को मास्क के साथ फेस आईडी इस्तेमाल करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. ऐसे में किसी भी यूजर को अपना फोन हटाने के लिए मास्क को हटाना पड़ता था जिससे रिस्क और ज्यादा बढ़ गया था.
फेस आईडी का मतलब ये भी है कि आईफोन को स्क्रीन के ऊपर बड़ा नॉच रखना होगा जिससे फेस आईडी का सपोर्ट मिल सके. ये कुछ ऐसा है जिससे एंड्रॉयड काफी दूर है. एंड्रॉयड में नॉच नहीं मिलता और यूजर्स को ऑल स्क्रीन का अनुभव होता है.