आज के समय में कई कपल्स को काम या नौकरी के चलते एक-दूसरे से अलग रहना पड़ता है। अपने करियर के खातिर कपल्स को अपने पार्टनर से दूर किसी दूसरे शहर में रहना पड़ता है। ऐसे में कपल्स के सामने सबसे बड़ी समस्या यह आती है कि इतने समय तक पार्टनर से दूर रहकर वे अपनी सेक्सुअल यानि यौन संबंधी इच्छाओं को कैसा पूरा करें। इसका एक उपाय यह है कि आप ट्रेन या फ्लाइट की टिकट कटवाइए और अपने पार्टनर से मिलने चले जाइए। लेकिन यह भी आप हमेशा तो नहीं कर सकते हैं। यही कारण है कि आजकल कपल्स के बीच सेक्सटिंग काफी ज़्यादा पॉपुलर है। सेक्सटिंग में आप मैसेज या फोटोज़ के जरिए अपने पार्टनर के साथ वर्चुअल सेक्स का अनुभव कर सकते हैं। सेक्सटिंग के जरिए आप दूर बैठकर भी अपने पार्टनर के साथ सेंसुअल बातों का मज़ा ले सकते हैं। हालाँकि, लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में सेक्सटिंग बहुत फायदेमंद साबित होता है लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हैं। आज के इस लेख में कम आपको सेक्सटिंग के फायदे और नुकसान बताएँगे –
लॉन्ग डिस्टेंस कपल्स के लिए है फायदेमंद
जो लोग लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में हैं उनके लिए सेक्सटिंग बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। अगर आप अपने पार्टनर के साथ लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में हैं और उनके साथ इंटिमेसी महसूस करना चाहते हैं तो आप सेक्सटिंग के जरिए वर्चुअल सेक्स का आनंद ले सकते हैं। सेक्सटिंग के जरिए आप आपमें पार्टनर के साथ रोमांटिक और यौन संबंधी बातें कर सकते हैं और अपनी यौन इच्छाओं को उनके साथ शेयर कर सकते हैं।
तनाव कम होता है
सेक्सोलॉजिस्ट्स के अनुसार सेक्सटिंग करने से तनाव कम होता है। एक रिसर्च में भी यह बात सामने आई है कि सेक्सटिंग के दौरान सेक्स संबंधी बातें करने से दिमाग में स्ट्रेस हॉर्मोन का स्तर कम होता और व्यक्ति तनावमुक्त महसूस करता है। अगर आप अपने काम या किसी अन्य चीज़ को लेकर तनाव में हैं तो अपने पार्टनर के साथ सेक्सटिंग के जरिए रिलैक्स महसूस कर सकते हैं।
नए कपल्स के लिए है फायदेमंद
नए रिलेशनशिप या नए शादीशुदा कपल्स के लिए भी सेक्सटिंग बहुत फायदेमंद है। अक्सर नए शादीशुदा कपल्स आपस में काफी असहज महसूस करते हैं और खुलकर अपनी यौन इच्छाओं को अपने पार्टनर के साथ शेयर नहीं कर पाते हैं। ऐसी स्थिति में सेक्सटिंग से बहुत फायदा हो सकता है क्योंकि जो बात आप अपने पार्टनर के सामने आकर नहीं कह सकते हैं, उन्हें आप सेक्सटिंग के जरिए अपने पार्टनर के साथ शेयर कर सकते हैं। सेक्सटिंग के जरिए आप अपनी यौन इच्छाओं को खुलकर अपने पार्टनर के साथ शेयर कर पाते हैं जिससे आपकी सेक्स लाइफ भी बेहतर बनती है।
रिश्ता बनता है मजबूत
सेक्सटिंग के जरिए आप अपने रिलेशनशिप को और ज्यादा बेहतर और मजबूत बना सकते हैं। सेक्सटिंग के जरिए आप अपने पार्टनर की यौन संबंधी इच्छाओं को बेहतर ढंग से समझ पाते हैं और अपनी इच्छाएँ उनके साथ शेयर कर पाते हैं। इस तरह से आपकी अपने पार्टनर के साथ अंडरस्टैंडिंग बढ़ती है और रिश्ते में गर्माहट बनी रहती है। सेक्सटिंग के जरिए आप अपने पार्टनर के साथ सेक्सुअल बातों का मज़ा ले सकते हैं। एक रिसर्च में भी पाया गया है कि सेक्सटिंग करने वाले कपल्स ज्यादा खुश महसूस करते हैं।
सेक्सटिंग के नुकसान
पूरी तरह सेफ नहीं है
सेक्सटिंग क सबसे बड़ा नुकसान यह है कि यह पूरी तरह से सेफ नहीं है। आजकल लोगों की पर्सनल चैट, फोटो और वीडियो वायरल होने की खबरें आए दिन सामने आती रहती हैं। इसलिए सेक्सटिंग में चैट या फोटो वायरल होने का डर हमेशा बना रहता है। कई बार जिस पर आप खुद से भी ज्यादा भरोसा करते हैं वही आपको धोखा दे सकता है। ऐसे में पर्सनल चैट या फोटो वायरल होना किसी के लिए भी बहुत गंभीर बात है जिसके चलते लोग अक्सर गलत कदम भी उठा लेते हैं।
लग सकती हैं सेक्सटिंग की लत
कोई भी चीज़ एक लिमिट तक ही अच्छी लगती है। कई बार लड़के-लड़कियाँ सेक्सटिंग के इतने ज्यादा आदि हो जाते हैं कि इसका उनकी पढ़ाई और करियर पद बुरा प्रभाव पड़ने लगता है। सेक्सटिंग एक ऐसी चीज़ है जिसकी लत बहुत आसानी से लग सकती है, इसलिए सेक्सटिंग एक लिमिट तक ही सही होती है।
सेक्स से बेहतर नहीं है सेक्सटिंग
ऐसा माना जाता है कि सेक्सटिंग के बयाज सीधे सेक्स करना ज़्यादा बेहतर होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि सेक्सटिंग से सिर्फ उत्तेजना ही बढ़ती और यौन इच्छाएँ पूरी नहीं हो पाती हैं। ऐसी स्थिति में अक्सर लोग नेगेटिव महसूस करते हैं या उत्तेजित होकर पॉर्न व अन्य गलत तरीकों का सहारा लेने लगते हैं।
दूसरों के सामने होना पड़ सकता है शर्मिंदा
सेक्सटिंग का एक नुकसान यह भी है कि यह आमने-सामने नहीं बल्कि फोन पर किया जाता है। ऐसी स्थिति में आपको नहीं पता है कि मोबाइल किसके हाथ में होगा और आपके मैसेज कोई भी पढ़ सकता है। अगर फोन किसी और के हाथ में हुआ तो आपको इसके लिए शर्मिंदा होना पड़ सकता है।
कोई आपको ब्लैकमेल भी कर सकता है