आशा भोसले और किशोर के गाने आज भी लोगों की जुबान पर हैं। इन दोनों ने जब भी साथ में गाया, गाना हिट हुआ। लेकिन यह बहुत कम लोगों को पता है कि किशोर कुमार से जब आशा भोसले की पहली मुलाकात हुई थी तब आशा, किशोर कुमार को देखकर डर गयी थीं। आशा भोसले उन्हें लड़कियों का पीछा करने वाला मनचाला समझ बैठी थीं।
किस्सा यह है कि एक गाने के लिए आशा और किशोर का चुना गया। इस गाने के पहले दोनों ने ही एक-दूसरे को नहीं देखा था। गाने की रिकार्डिंग के लिए दोनों को स्टूडियो पहुंचना था। उन दिनों न तो आशा के पास अपनी गाड़ी थी और न ही किशोर कुमार के पास।
यह दोनों ही अलग-अलग जगहों से आकर मुंबई के मलाड स्टेशन में पहुंचे। फक्कड़ और सूफियाना किशोर पायजामा-कुर्ता पहने हुए थे। कुर्ता मायजामा के साथ उन्होंने गले पर स्कॉर्फ या मफलर जैसा कुछ डाल रखा था।
मुंबई में आमतौर पर लोग मफलर डालकर नहीं रहते। आशा ने किशोर को देखा तो उन्हें उनका मफलर डाले हुए किशोर बड़े अजीब लगे। मामला यहां से बनना शुरू हुआ। ट्रेन आयी और दोनों एक ही डिब्बे सवार हुए।
चूंकि मंजिल एक ही थी तो दोनों उतरे भी एक ही स्टेशन पर। बीच-बीच में दोनों ही एक-दूसरे को देख लेते थे। स्टेशन से बाहर निकलकर आशा भोंसले ने एक तांगा लिया। किशोर कुमार ने भी तांग लिया। आगे-आगे आशा का तांगा चल रहा था इसके पीछे किशोर का तांगा चल रहा था।
आशा भोंसले को लगने लगा कि यह आदमी उनका पीछा कर रहा है। आशा घबरा कर किशोर से मुंह चुराने लगीं। आशा को लगा कि लड़कियों को छेड़ने वाला कोई मनचला उनका पीछा कर रहा है। जैसे ही स्टूडियो के बाहर तांगा रूका, आशा दौड़कर स्टूडियों के अंदर घुस गयीं।
यह क्या, उन्होंने पीछे-पीछे किशोर कुमार को अंदर आते देखा। अब तो हद हो गयी थी। आशा को लगा यह मनचाला उनका पीछा नहीं छोड़ेगा। आशा को लगा कि अब स्टूडियों में किसी से उन्हें मदद मांगनी ही होगी।
तो जो पहले मिला उसे पकड़कर आशा ने अपनी आपबीती सुनायी। यह सुनकर लोग हंसने लगे। तब तक वहां किशोर कुमार भी आ चुके थे। आशा को बताया गया कि यह किशोर कुमार हैं और आपको इनके साथ गाना गाना है।
बाद में इस किस्से को किशोर कुमार और आशा भोसले लोगों से शेयर करते रहे। दोनों ने साथ में कई हिट फिल्गी गीत गाए।