आपका मन अगर कुछ मीठा खाने का कर रहा है, तो जलेबी मीठे की क्रेविंग को शांत करने के लिए सबसे बेस्ट ऑप्शन है लेकिन जलेबी बनाने में एक सबसे बड़ी दिक्कत होती है कि इसकी तैयारी पहले से करनी होती है। जैसे, जलेबी के बैटर को 3-4 घंटे के लिए फूलने के लिए रखना होता है। आमतौर पर जलेबी की सभी रेसिपी में ऐसा होता है लेकिन आज हम आपको इंस्टेंट जलेबी बनाने की रेसिपी बता रहे हैं जिसमें आपको यीस्ट का इस्तेमाल करके इतने घंटों के लिए मैदे के फूलने का इंतजार नहीं करना है।
सामग्री-
मैदा 2 कप
यीस्ट 1/2 बड़ा चम्मच
पानी 2 कप
तलने के लिए घी
चाशनी के लिए
चीनी 4 कप
पानी 2 कप
दूध 1 बड़ा चम्मच
केसर 8-10 धागे
कड़ाही
पैन
चिमटा
प्लास्टिक वाली सॉस बॉटल या जलेबी वाला कपड़ा
विधि-
यीस्ट में आधी कटोरी गुनगुना पानी डालकर फूलने के लिए छोड़ दें।
– एक बड़े बर्तन में मैदा डालें।
– यीस्ट को अच्छी तरह से पानी में घोल लें।
– मैदे पर यीस्ट का पानी डालें और इसमें थोड़ा-थोड़ा करके पानी डालते जाएं घोल बनाते जाएं।
– पूरा डालकर ऐसा घोल बनाइए जो न ज्यादा गाढ़ा और न पतला।
– इस घोल को 5-6 घंटे के लिए ढककर छोड़ दीजिए।
– इतने में मैदे के घोल में अच्छी तरह से खमीर/ईस्ट उठ जाएगी।
– जलेबी बनाने के लिए घोल रेडी है।
– जलेबी तलने से पहले चाशनी बना लें।
– इसके लिए कड़ाही में पानी और चीनी डालकर मीडियम आंच पर उबलने के लिए रखें।
– इसे बीच-बीच में चलाते रहें। जब इसमें उबाल आ जाए तो इसमें दूध डाल दें।
– दूध डालने से चाशनी की गंदगी ऊपर आ जाएगी। इसे चम्मच से निकाल दीजिए।
– जलेबी के लिए एक तार की चाशनी जरूरत होती है।
– चाशनी में उबाल के बाद एक चम्मच से उठाकर देखें। अगर इसमें पतली सी तार बन रही है तो चाशनी रेडी है। इसमें केसर डालकर आंच एकदम धीमी कर दें।काजू कतली तो बनाई होगी, जानिए काजू जलेबी की रेसिपी – गैस के दूसरे चूल्हे पर पैन में घी डालकर मीडियम आंच पर गर्म होने के लिए रखें।
– जब तक घी गर्म हो रहा है। मैदे के घोल को अच्छी तरह फेंट लें।
– इस पेस्ट को सॉस बॉटल या फिर जलेबी बनाने वाले बर्तन में डालें। आप चाहें तो दूध की थैली में भी घोल भरकर एक कोने को काटकर जलेबियां तल सकते हैं।
– जब घी से हल्का सा धुआं उठने लगे तो इसमें कपड़े या बॉटल से घोल डालते हुए जलेबी का आकार दें।
– पूरे घी में जलेबियां तोड़ लें।
– दोनों तरफ सुनहरे होने तक सेंकें फिर जलेबियों को चाशनी में डाल दें।
– इसी प्रोसेस से बाकी के घोल से जलेबियां बना लें।