हर महिला की चाहत होती है कि उसके बाल लंबे, काले, घने और मुलायम हों. लेकिन खराब खानपान और प्रदूषण की मार के चलते इस ख्वाहिश को पूरा कर पाना आसान नहीं होता. बालों की लंबाई और सेहत को मेंटेन रखने के लिए काफी मेहनत की जरूरत होती है. कई बार तो महिलाएं बालों की क्वालिटी सुधारने के लिए महंगे ट्रीटमेंट्स लेकर खासी रकम तक खर्च कर देती हैं.
लेकिन चीन में एक जगह ऐसी है जहां महिलाओं के लिए बालों को लंबा करना बाएं हाथ का खेल है. दक्षिण चीन के गुइलिन शहर से करीब दो घंटे की दूरी पर हुआंगलुओ गांव स्थित है. इस गांव में महिलाओं के बाल 5 से 7 फुट तक लंबे और 1 किलो तक भारी होते हैं. इस कारण इस गांव का नाम सबसे लंबे बालों वाले गांव (World’s Longest Hair Village) के रूप में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है.
जीवन में एक बार कटवाती हैं बाल
याओ जाति की इन महिलाओं के लिए बाल बढ़ाना इनका शौक नहीं बल्कि परंपरा का हिस्सा है. जब इनकी उम्र 17 से 18 साल की होती है, तब एक सेरेमनी का आयोजन किया जाता है. उस दौरान इनके बाल काटे जाते हैं. इस सेरेमनी का मतलब है कि लड़की अब शादी के लायक हो चुकी है. लड़की के कटे बालों को उसकी दादी या घर की कोई बड़ी सदस्य संभालकर रखती हैं. शादी के बाद कटे बालों को एक सजावटी डिब्बे में पैक करके लड़की के पति को गिफ्ट कर दिया जाता है. सेरेमनी में बाल कटवाने के बाद वे जीवन में कभी बालों को नहीं कटवातीं.
बाल बढ़ाने के पीछे ये है मान्यता
यहां के महिलाओं का मानना है कि बाल उनके और पूर्वजों के बीच संपर्क का एक माध्यम है. बालों को बढ़ाकर वो अपने पूर्वजों को खुश करती हैं. हैरानी की बात ये भी है कि इनके बाल सिर्फ लंबे और मोटे ही नहीं होते, बल्कि 80 साल की उम्र से पहले सफेद भी नहीं होते हैं.
शादी से पहले कवर करके रखती हैं बाल
इस गांव की महिलाएं शादी से पहले अपने बालों को कपड़े से कवर करके रखती हैं. शादी के बाद आगे की तरफ जूड़ा बांधती हैं. पहले के समय में इन महिलाओं को अपने बाल सिर्फ पति और बच्चों को ही दिखाने की इजाजत थी, लेकिन 1980 में चीन के इस गांव में टूरिस्ट का आना शुरू हुआ. इससे इन महिलाओं को काफी फायदा हुआ और इन्होंने बाल छुपाकर रखने की प्रथा को समाप्त कर दिया.
चावल का पानी है इनके लंबे बालों का राज
बालों की देखभाल के लिए ये महिलाएं कोई खास चीज इस्तेमाल नहीं करती हैं. इनके लंबे बालों का राज चावल का पानी है. ये चावल के पानी में चाय, फर और कई जड़ी-बूटियां डालकर एक खास शेंपू तैयार करती हैं. इसके बाद नदी के पानी से अपने बालों को धोती हैं.