चेक गणराज्य को दुनिया का एक सबसे खूबसूरत देश माना जाता है. कई लोग यूरोप के इस देश को घूमने का सपना भी संजोते हैं. इसी चेक गणराज्य में अब जमीन में गड़े हुए सोने की बातें सामने आई हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक यहां का एक कस्बा इयोव उ प्राहे जिसकी आबादी बस 5,000 है, वहां पर कई अरब डॉलर की कीमत वाला सोना जमीन में दबा हुआ है. देश की राजधानी प्राग को अमीर बनाने में इस कस्बे का खासा योगदान रहा है. अब यह कस्बा अगर चाहे तो दुनिया की तस्वीर बदल सकता है.
सोने से तैयार शहर का बड़ा इलाका
14वीं शताब्दी में रोम का शाही परिवार इयोव उ प्राहे से सोना निकालता था. कहा जाता है कि यहां से निकाले गए सोने से प्राग शहर का एक बड़ा इलाका तैयार किया गया है. चार्ल्स यूनिवर्सिटी की बिल्डिंग जो सोने से बनी है, उसमें यहां से निकाले गए सोने का ही प्रयोग हुआ है. कस्बे में स्थित रिजनल म्यूजियम आज भी अपने मेहमानों को सोना पाने का मौका देता है.
यह दुनिया का अकेला ऐसा म्यूजियम है जहां पर सिर्फ एंट्री टिकट के जरिए लोग खुद सोना छानकर घर ले जा सकते हैं. म्यूजियम में एक तालाब है और यहां पर आने वाले विजिटर्स इस तालाब की रेत छान सकते हैं. रेत में चमकीले सोने के कण मिलते हैं. जिसे जो टुकड़ा मिलता है, उसे वह अपने साथ ले जा सकता है. लेकिन औद्योगिक लिहाज से यहां 1968 से सोने की खुदाई बंद है.
क्यों नहीं हो रही है खुदाई
म्यूजियम के जियोलॉजिस्ट की मानें तो इयोव के आस पास ही करीब सात टन सोना है. एक मीट्रिक टन लोहे में चार ग्राम सोना मौजूद है. यान के मुताबिक यहां आज भी सोने की खुदाई मुनाफा दे सकती है. तो फिर सोना क्यों नहीं खोदा जा रहा है? 20 अरब यूरो मूल्य वाले 7 टन सोने को निकालने के लिए पर्यावरण और ऐतिहासिक कस्बे को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. विशेषज्ञों की मानें तो जहरीले साइनाइड का इस्तेमाल किए बिना बहुत ही कम सोना मिलेगा.
कई स्थानीय निवासी दूसरी राय रखते हैं. उन्हें लगता है कि एक दिन इयोव की सोने की खदान फिर से खुल जाएगी निवासियों की मानें तो अगर ऐसा होता है तो फिर दक्षिण अफ्रीका की बजाया चेक रिपब्लिक के सोने का प्रयोग हो सकेगा. कई साल पहले इयोव में कई किलोग्राम भारी सोने के टुकड़े मिले. गेंद के आकार का एक टुकड़ा तो स्थानीय म्यूजियम में भी रखा गया है. आज भी इयोव के कई लोग साजावा नदी की सहायक नदियों में सोना छानने के लिए जाते हैं.
देश में सोने की कई खदानें
चेक गणराज्य में सोने की कई खदानें हैं. एक अनुमान के मुताबिक देश की जमीन में करीब 400 मीट्रिक टन सोना दबा है. 1990 से अब तक सोने की खुदाई बहाल करने की तमाम कोशिशें की गईं लेकिन ये सारे प्रयास नाकाम रहे हैं. ऐसी कोशिशों को या तो सरकार ने कोई समर्थन नहीं दिया या फिर स्थानीय निवासियों और प्रशासन ने उनका विरोध किया. सरकारी खनन कंपनी डियामो ने 2020 में देश के उत्तर में मौजूद स्लाटे होरी की खदानों का सर्वे किया. डियामो के डायेक्टर लुडविक कास्पर ने चेक न्यूज एजेंसी सीटीके से कहा कि भूगर्भीय सर्वे तीन साल तक चलेगा और उसके नतीजों के आधार पर ही तय किया जाएगा कि स्लाटे होरी के गोल्ड रिजर्व का क्या करना है.