भारतीय फिल्मों में संगीत का विशेष महत्व रहा है। फिल्मों के शुरुआती दौर
से ही गाने फिल्म का हिस्सा रहे हैं। 1932 में बनी ‘इंद्र सभा’ ने गानों के मामले में एक रिकॉर्ड बनाया। इस फिल्म में 71 गाने थे। इतने गाने आज तक किसी दूसरी फिल्म में नहीं आये। फिल्मों में गाने न होने का चलन भी इन दिनों बढ़ रहा है। 2000 के बाद रिलीज हुई कई फिल्मों में एक भी गाने नहीं थे।