तेजपत्ता (Bay Leaf) एक ऐसा मसाला है जो हर ज्यादातर घरों में इस्तेमाल होता है और इसका प्रयोग हर सब्जी में किया ही जाता है. खास बात ये है कि ये केवल अपने एक अलग स्वाद के लिए ही नहीं बल्कि अपने औषधीय गुणों के लिए भी जाना जाता है.
वैसे तो ज्यादातर लोग खाने में स्वाद बढ़ाने के लिए ही इसका इस्तेमाल करते हैं, लेकिन, आपको ये जानना चाहिए ये हमारी सेहत के लिए बहुत गुणकारी है. आप घर पर ही तेजपत्ते की मदद से कई सारी बीमारियों से छुटकारा पा सकती हैं. हम आपको बताएंगे की कैसे आप तेजपत्ते की मदद से उसका काढ़ा बनाकर अपने को हेल्दी रख सकते हैं. आइए जानते हैं इसके फायदे और ये कैसे बनाया जाता है.
ये होते हैं पोषक तत्व
तेजपत्ता में कॉपर, पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, सेलेनियम और आयरन से भरा होता है. इतना ही नहीं ये एंटीऑक्सीडेंट्स भी होता है जो कैंसर, ब्लड क्लॉटिंग और दिल से जुड़ी समस्याओं को भी दूर करता है. तेजपत्ते का काढ़ा कई अन्य बीमारियों में भी बेहद फायदेमंद होता है.
ऐसे बनाएं तेजपत्ते का काढ़ा
काढ़ा बनाने के लिए आप 10 ग्राम तेजपत्ता, 10 ग्राम अजवायन और 5 ग्राम सौंफ को एक साथ पीसकर मिश्रण तैयार कर लें. अब इस पेस्ट को 1 लीटर पानी में डालकर अच्छी तरह से उबाल लें. जब पानी उबलने के बाद 100-150 मिलीलीटर बच जाए तो गैस बंद कर दें. कुछ देर बाद जब ये मिश्रण ठंडा जाएगा तो आपका काढ़ा पीने के लिए तैयार है.
काढ़ा पीने के फायदे
शरीर दर्द या ठंड लगने पर
ठंड लगने पर या ठंड से होने वाले शरीर दर्द में आपको तेजपत्ते के काढ़े को पीना चाहिए, साथ ही इस तेल की मालिश भी करें.
सिर दर्द होने पर पीएं काढ़ा
सिर दर्द होने पर आप तेजपत्ते का काढ़ा बनाकर पी लें. इसका काढ़ा बनाकर पीने से सिर की दर्द तुरंत ही सही हो जाती है और आपको दर्द से आराम मिल जाता है.
चोट या मोच आने पर
चोट या मोच लगने पर आपको तेजपत्ते का काढ़ा पीना चाहिए और इसी के तेल को लगाना चाहिए. इससे मोच से आई सूजन और दर्द से राहत मिलेगी. आप तेज पत्ते को पीस कर मोच वाली जगह पर लगा सकते हैं आराम मिलेगा.
अगर नसों में होता है खिचाव
कई बार अगर सोते वक्त नसों में खिंचाव हो जाता है या नसों में सूजन आ जाती है. तो ऐसे में तेजपत्तों के केढ़ा का सेवन करें, ये आपको आराम देगा.
कमर दर्द में फायदेमंद
अगर आपको कमर दर्द होती है तो ऐसे में आप तेजपत्ते का काढ़ा कम से कम दिन में 2 बार रोज पिया करें. साथ ही तेजपत्ते का तेल ले लाएं और इसकी मालिश कमर पर करें. इससे आपको काफी फायदा होगा. तेजपत्ते को सरसों के तेल में पका कर आप खुद भी तेल बना सकती हैं.