धनोल्टी उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल जिले में स्थित एक छोटा सा हिल स्टेशन है. ये मसूरी के प्रसिद्ध शहर से लगभग 25 किलोमीटर दूर है. ये शहर गढ़वाल रेंज के मनोरम दृश्य प्रस्तुत करता है. अगर आपको एडवेंचर एक्टिविटी करना पसंद है तो ये जगह आपके के लिए है. अगर आप विकेंड पर घूमने का प्लान बना रहे हैं तो आप धनोल्टी भी जा सकते हैं.
देवगढ़ किला – देवगढ़ किला 16 वीं शताब्दी में बनाया गया था. ये धनोल्टी के शहर के केंद्र से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर हरे भरे पहाड़ों से घिरा है. ये उन यात्रियों के लिए एक अच्छी जगह है जो ऐतिहासिक वास्तुकला को देखना पसंद करते हैं. किले के परिसर में कई जैन मंदिर भी हैं. अगर आप धनोल्टी में हैं तो इस जगह पर जरूर जाएं.
इको पार्क – हरी-भरी हरियाली और ओक के पेड़ों और देवदार के पेड़ों से घिरा ये पार्क लगभग 13 हेक्टेयर में फैला है और धनोल्टी के सबसे प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षणों में से एक है. ये पार्क बहुत ही सुंदर है. इको पार्क का निर्माण संभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) और शहर के नागरिकों द्वारा शहर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बनवाया गया था. यहां आप रॉक क्लाइम्बिंग, ट्रेकिंग, स्काईवॉकिंग आदि जैसी एएडवेंचर एक्टिविटी का आनंद ले सकते हैं. ये पार्क पक्षियों की विभिन्न प्रजातियों का भी घर है, जिन्हें आप चारों ओर देख सकते हैं.
सुरकंडा देवी मंदिर – सुरकंडा देवी मंदिर उत्तराखंड के टिहरी जिले में धनोल्टी से लगभग 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. मंदिर एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित है और बर्फ से ढकी हिमालय की चोटियों का एक मनोरम दृश्य प्रस्तुत करता है. अगर आप धनोल्टी में यात्रा कर रहे हैं, तो इसे जरूर देखें.
दशावतार मंदिर में शांति का अनुभव करें – दशावतार मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है और धनोल्टी शहर के केंद्र के बहुत पास स्थित है. मंदिर का ऐतिहासिक महत्व है क्योंकि इसे गुप्त साम्राज्य में बनाया गया था. संरचना में बाहर की तरफ सुंदर मूर्तियां और मंदिर के अंदर की दीवारों पर बहुत सारे शिलालेख हैं. अगर आपको इतिहास और प्राचीन वास्तुकला पसंद है तो आप यहां जा सकते हैं.
कौड़िया वन – कौड़िया वन लंबी पैदल यात्रा और घनी हरियाली के लिए प्रसिद्ध है. अगर आपको प्रकृति और वन्यजीव फोटोग्राफी में दिलचस्पी है तो आप यहां जा सकते हैं. आप इस जंगल में एक जीप सफारी ले सकते हैं जहां आप खूबसूरत वनस्पतियों, जीवों और प्राकृतिक झरनों का लुत्फ उठा सकते हैं.