हम जो भी खाते हैं उसका असर स्वास्थ्य पर पड़ता है. अगर हम स्वस्थ और पोषक चीजों का सेवन करते हैं तो हेल्दी और फिट रहते हैं. वहीं अगर ट्रांस फैट, रिफाइंड कार्ब्स और शुगर का सेवन करते है तो कई सारी बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है. इसकी वजह से हार्ट, लीवर और किडनी से जुड़ी समस्याएं हो सकती है. अगर समय पर बीमारियों की जांच कराई जाए तो ठीक हो सकते हैं. जबकि कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से ठीक होने की संभवनाएं बहुत कम होती है.
स्वस्थ लाइफस्टाइल से कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी के जोखिम को कम किया जा सकता है. इसके साथ अपने डाइट प्लान पर खास ध्यान देने की जरूरत है. आइए जानते हैं किन चीजों का अधिक सेवन करने से शरीर की कोशिकाओं में कैंसर का खतरा बढ़ जाता है.
प्रोसेस्ड मीट
मीट, मछली, अंडा सभी चीजें स्वस्थ है जब तक इन्हें अच्छी तरह से पकाया जाता है. इन चीजों को सीमित मात्रा में अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए. कोई भी एनमिल बेस्ड प्रोडक्ट जिसमें किसी भी तरह का प्रिजर्वेटिव्स मिलाया है तो खाने से बचना चाहिए. इन चीजों को खाने की वजह से वजन बढ़ने से लेकर कैंसर जैसी गंभीर बीमारी हो सकती है. प्रोसेस्ड मीट खाने से कार्सिनोजिन कंपाउड निकलता है जिसकी वजह से कोलोरेक्टल और पेट के कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है. आप प्रोसेस्ड मीट की बजाय फ्रेश मीट घर पर बनाएं.
तली भूनी चीजें खाना
अधिक मात्रा में तली- भूनी चीजें खाने से शरीर में कैंसर के सेल्स बनने का जोखिम बढ़ जाता है. जब आलू या मीट को हाई टेंपरेचर में तला जाता है तो एक्रिलामाइड नाम का केमिकल बनता है. कई स्टडी में दावा किया गया है इसमें कार्सिनोजिनिक गुण होते है और यहां तक की डीएनए को भी नुकसान पहुंचा सकता है. इसके अलावा फ्राइड फूड खाने से ऑक्सीडेंटिव स्ट्रेस और इंफ्लेमेशन बढ़ता है. आप इसकी बजाय हेल्दी और बैंलेस डाइट खाएं.
रिफाइंड शुगर
मैदा, चीनी, तेल सभी में कैंसर के सेल्स को बढ़ाने की क्षमता होती है. कई अध्ययनों में पता चला कि प्रोसेस्ड शुगर और कार्ब्स की वजह से ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और सूजन का खतरा बढ़ जाता है. जिसकी वजह से कई तरह के कैंसर होने की संभावना होती है. अपनी डाइट में चीनी की जगह गुड़ या शहद लें. रिफाइंड कार्ब्स की जगह पर साबुत अनाज और रिफाइंड तेल की बजाय सरसों के तेल या घी में खाना पकाएं.
शराब और कार्बोनेटेड ब्रेवरेज
शराब और कार्बोनेटेड ब्रेवरेज में रिफाइंड शुगर और कैलोरी की भरपूर मात्रा होती है. इन दोनों में किसी भी चीज को अधिक मात्रा में पीने से फ्री रेडिकल्स की संख्या बढ़ सकती है जिसकी वजह से इंफ्लेमेशन हो सकता है. शराब इम्यून सिस्टम को कमजोर कर देता है और पैंक्रियाज को भी प्रभावित कर सकता है.
पैकेड फूड
देश में पैकेड फूड का ट्रेंड काफी तेजी से बढ़ा है. इन दिनों मार्केट में कई तरह के रेटी टू चीजें आसानी से उपलब्ध है. इन्हें बनाने में कम समय लगता है और स्वादिष्ट भी होती है. लेकिन इन चीजों को अधिक मात्रा में खाने से कैंसर के सेल्स को बढ़ाने का कारण हो सकता है.