टूथपेस्ट को लेकर अक्सर ये बहस होती है कि इसमें हड्डियों का चूरा होता है या इसमें ऐसे तत्व होते हैं जो शाकाहारी नहीं हैं. कई लोग हमेशा से यह जानना चाहते हैं कि इस बात में कितनी सच्चाई कि टूथपेस्ट में ऐसे तत्व होते हैं जो किसी की भावनाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं. दिन में दो बार ब्रश करने वाले लोग हों यार फिर एक बार, जब कभी भी किसी को पता लगता है कि टूथपेस्ट में हड्डियों का चूरा है तो मन खराब हो जाता है. आइए आपको बताते हैं कि क्या वाकई टूथपेस्ट में हड्डियों का चूरा होता है.
पहले होता था हड्डियों के चूरे का प्रयोग
यह बात सच है कि किसी समय में टूथपेस्ट में जानवरों की हड्डियों का चूरा प्रयोग होता था. इसे घोंघे के शेल, कोयले, पेड़ों की छाल, राख और हड्डियों के चूरे से तैयार किया जाता था. मगर पिछले कई दशकों से टूथपेस्ट ने एक नया सफर तय किया है. आज के समय में जो टूथपेस्ट बनते हैं, उनमें अब दूसरी चीजों का प्रयोग होता है. बाजार में इस समय कई तरह के टूथपेस्ट मौजूद हैं और सबकी अपनी खासियते हैं. लेकिन इसके बाद भी इन्हें तैयार करने का बेसिक फॉर्मूला एक ही है और बेसिक इंग्रीडेंट्स एक से ही होते हैं.
अब क्या-क्या मिलाया जाता है
- टूथपेस्ट में कैल्शियम कार्बोनेट और डिहाइड्रेटेड सिलिका जेल को मिलाया जाता है जो आपके दांतों पर लगे अवांछित तत्वों को हटाने का काम करता है.
- इसके अलावा इसमें फ्लोराइड होता है जो दांतों के एनैमल को मजबूत बनाता है और दांतों को टूटने से बचाता है.
- टूथपेस्ट में ग्लिसेरॉल और प्रोपैलिन भी होता है जो ये टूथपेस्ट को सूखने से बचाता है.
- इसके अलावा इसमें स्वीटनर्स होते हैं जो इसे एक खास स्वाद देते हैं.
- टूथपेस्ट में नैचुलर गम्स और सिंथेटिक सेल्यूलोस भी होते हैं जो टूथपेस्ट के फॉर्मूला को स्थिर रखते हैं.
- टूथपेस्ट में सोडियम लॉरेल सल्फेट मिलाया जाता है, जिसकी वजह से टूथपेस्ट में झाग बनता है.
- इसके अलावा व्हाइटनिंग टूथपेस्ट में कुछ ब्लीचिंग एजेंट्स होते हैं जो दांतों को सफेद बनाते हैं.
इन दावों की पुष्टि नहीं
कुछ लोग कहते हैं कि टूथपेस्ट किसी खाद्य पदार्थ से नहीं बल्कि, जानवरों के हड्डियों के चूरे से बनता है. दावा किया जाता है कि जानवरों के हड्डियों के चूरे के साथ-साथ इसमें एक और खतरनाक चीज मिलाई जाती है, वो है फ्लोराइड. फ्लोराइड नाम उस जहर का है जो शरीर में फ्लोरोसिस नाम की बीमारी करता है. तीसरी एक और खतरनाक चीज होती है उसमे, ये है सोडियम लायरयल सलफेट. अभी तक हालांकि इन दावों की पुष्टि नहीं हो सकी है.
जापान में क्यों बैन है कोलगेट
इजिप्ट में 5000 BC के दौरान जब टूथपेस्ट बनता था तो उसमें हड्डियों का चूरा मिलाया जाता था. इस पाउडर में अंडे के छिलके समेत कुछ ओर चीजें मिलाई जाती थीं. टूथपेस्ट में हड्डियों के चूरे की खबर ने इतनी ज्यादा विवाद पैदा किया था कि जापान को इसे बैन करना पड़ा था. जापान ने 19 अक्टूबर 2015 को कोलगेट को बैन कर दिया था. टोक्यो समेत कई और शहरों की सुपरमार्केट में ये बैन है.