क्या आपको भी बिना कॉफी के दिन की शुरुआत में मुश्किल होती है. ऐसा इसलिए क्योंकि कॉफी नहीं पीने की वजह से सिर दर्द और आलस आता है. लेकिन अगर आप एक डायबिटीक मरीज हैं तो आपके साथ ऐसा नहीं है. शुगर को कंट्रोल करने के लिए खानपान पर सावधानी बरतनी पड़ती है. हालांकि एक कप कॉफी आपके सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है. कई अधय्यनों में ये बात सामने आई है कि एक कप कॉफी पीने से तनाव और कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है. साथ ही वजन घटाने में मदद मिलती है. लेकिन क्या कॉफी डायबिटीज के मरीजों के लिए सुरक्षित हैं.
कॉफी पीना कितना सुरक्षित है
डायबिटीज में क्या खाएं और क्या न खाएं इस पर लंबी बहस चलती रही हैं. लेकिन जब बात कैफीन आधारित चाय और कॉफी की आती है तो हम इसके नुकसान को देखने की बजाय फायदे पर अधिक ध्यान देते हैं. डायबिटीज में शरीर इंसुलिन के उत्पादन को धीमा कर देता है जिसकी वजह से टाइप -1 डायबिटीज हो जाती है. जब इंसुलिन का सही तरह से इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं तो टाइप -2 डायबिटीज होता है. इंसुलिन एक तरह का हार्मोन है जो पैंक्रियाज से निकलता है और शरीर की कोशिकाओं में शुगर को सर्कुलेट करने का काम करता है. यही शुगर हमें एनर्जी देने का काम करती है.
डायबिटीज से क्या हो सकता है
जब शरीर में पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन नहीं बन पाता है या इसका सही उपयोग नहीं कर पाता है तो भोजन से मिलने वाला शुगर ब्लड में एब्जार्ब होने लगता है. जिससे थकान, अत्यधिक पेशाब और प्यास लगती हैं. डायबिटीज के मरीजों को हृदय रोग, आंखों में दिक्कत और किडनी की बीमारी हो सकती है.
क्या कॉफी शुगर लेवल को प्रभावित करता है
कॉफी में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं जो सेहत के लिए फायदेमंद है. इसका सेवन करने से वजन घटाने में मदद मिलती है. सिर्फ कॉफी का इस्तेमाल करने से शुगर नहीं बढ़ता है लेकिन चीनी, दूध और व्हीप्ड क्रीम, आईसक्रीम आदि डालने से शुगर बढ़ सकता है. इन चीजों को मिलाने से कॉफी के पोषक तत्व कम हो सकते हैं. साथ ही शुगर लेवल भी बढ़ सकता है.
कितनी मात्रा में पिएं कॉफी
कई स्टडी के मुताबिक कॉफी में कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो दिमाग के परफॉर्मेंस को बढ़ावा देने का काम करता है. इसके अलावा बढ़ती उम्र में होने वाली बीमारियों को बेअसर करने में मदद करता है. अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो अधिक मात्रा में कॉफी का सेवन न करें .
अगर आप दूध और चीनी के बिना कॉफी का सेवन करते हैं तो प्राकृतिक रूप से शुगर कंट्रोल हो सकती है. इतना ही नहीं, कुछ स्टडी में कहा गया है कि कैफिनेट ड्रिंक पीने से इंसुलिन सेंसटिविटी को कंट्रोल किया जा सकता है जिसकी वजह से शुगर का लेवल कम हो सकता है.