हमारी खराब लाइफस्टाइल का असर स्वास्थ्य पर पड़ता है. इसकी वजह से कई तरह की परेशानी होती है. इन परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए हम तरह- तरह की दवाओं का सेवन करते हैं जिसका असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है. इनका लगातार सेवन करने से साइड इफेक्ट हो सकते हैं. इन साइड इफेक्ट्स से बचने के लिए आप प्राकृतिक और हर्बल तरीकों को अपना सकते हैं. ऐसा ही एक तरीका ऑयल पुलिंग (Oil Pulling) है.
इन दिनों ऑयल पुलिंग को अपने लाइफस्टाइल में अपनाया जा रहा है. ये आयुर्वेदिक तरीका है जो स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है. आइए जानते हैं ऑयल पुलिंग क्या है और इसका इस्तेमाल कर कैसे शरीर की दिक्कतों को दूर कर सकते हैं.
ऑयल पुलिंग एक आयुर्वेदिक तरीका है जिसमें विभिन्न तरह के तेलों का इस्तेमाल कर शरीर की दिक्कतों को दूर किया जाता है. इसमें तिल का तेल, सुरजमुखी का तेल और नारियल के तेल का इस्तेमाल किया जाता है. इन सभी तेलों को मिलाकर मुंह में कुल्ला किया जाता है और बाद में ब्रश कर लिया जाता है.
इसके लिए आपको सुबह नाश्ते से 20 से 25 मिनट पहले करना है. इसके लिए पालती लगाकर बैठें और फिर एक बड़ा चम्मच मुंह में डालकर करीब 5 से 7 मिनट के लिए घुमाएं. इस दौरान ध्यान रहें कि मुंह में निगलना नहीं है. कुछ देर के लिए तेल को मुंह में हिलाएं और बाद में कुल्ला कर लें. इसके बाद ब्रश करें.
ऑयल पुलिंग के फायदे
ऑयल पुलिंग करने का सबसे सही समय सुबह का माना गया है. आयुर्वेद में भी सुबह के समय खाली पेट ऑयल पुलिंग करने का सही समय बताया गया है. इस उपाय को करने से मुंह में मौजूद बैक्टीरयां और कीटाणु अच्छे से साफ हो जाते हैं. इसका नियमित रूप से इस्तेमाल करने पर मुंह की दुर्गंध, कैविटी की समस्या, मसूड़ों में सूजन, दात दर्द, सिर दर्द और त्वचा को मॉश्चराइज करने में मदद करता है.
ऑयल पुलिंग करते समय बरतें ये सावधानी
ऑयल पुलिंग करते समय गलती से भी तेल को नहीं निगलें, क्योंकि इसमें बहुत सारे बैक्टीरियां होते हैं जो शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं. हमेशा शुद्ध तेल का इस्तेमाल करें. बच्चों को भूलकर भी ऑयल पुलिंग न कराएं. अगर आपको तेल से किसी तरह की एलर्जी है तो डॉक्टर की सलाह के बिना कुछ न करें.