जब एक्टर-डायरेक्टर फरहान अख्तर (Farhan Akhtar) ने शाहरुख खान (Shahrukh Khan) को फिल्म ‘डॉन’ के रीमेक का ऑफर दिया था, तब शाहरुख, अमिताभ बच्चन की इस सुपरहिट फिल्म के रीमेक के लिए खुद को राजी नहीं कर पा रहे थे.
साल 2004 में फिल्म ‘लक्ष्य’ (Lakshya) की रिलीज के बाद एक दिन फरहान अख्तर (Farhan Akhtar), शाहरुख खान (Shahrukh Khan) से मिलने पहुंचे. शाहरुख से मिलकर फरहान ने कहा, ‘मैं फिल्म ‘डॉन’ का रिमेक बनाने पर विचार कर रहा हूं. पहले मैंने सोचा था कि इस फिल्म के लिए मैं ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan) को लूंगा लेकिन बाद में मुझे लगा कि ‘डॉन’ के किरदार में जो मैच्योरिटी नजर आनी चाहिए, उसके लिए आप ही फिट बैठते हो क्योंकि जब अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) ने फिल्म ‘डॉन’ में काम किया था उस वक्त उनकी उम्र भी 40 के करीब ही थी. आप भी उसी उम्र में हो, इसीलिए मैं ये फिल्म आपके साथ बनाना चाहता हूं.’
शाहरुख खान (SRK) को भी फरहान अख्तर का ऑफर पसंद आया. फरहान शाहरुख से ये कहकर चले गए कि वो एक महीने बाद फिल्म की कहानी सुनाने आएंगे. शाहरुख को फरहान की ये बात बहुत अजीब लगी. उन्हें लगा कि फिल्म की कहानी तो पहले से ही सबको पता है. सब जानते हैं कि इस फिल्म में क्या हुआ था, क्या सिचुएशन थी. फिर फरहान ने कहानी सुनाने के लिए 1 महीने का वक्त क्यों मांगा?
फरहान के जाने के बाद शाहरुख ने फिल्म ‘डॉन’ की डीवीडी देखी और सोचने लगे कि अगर इस कहानी पर दोबारा फिल्म बनी तो अमिताभ बच्चन से बेहतर काम वो नहीं कर पाएंगे और ना ही नई फिल्म पुरानी से अच्छी बन पाएगी. एक महीना शाहरुख इस फिल्म को लेकर काफी कन्फ्यूजन में रहे और सोच लिया कि अगर पुरानी कहानी पर फरहान ने फिल्म बनाई तो वो इनकार कर देंगे. फिर जब 1 महीने बाद फरहान अख्तर ने शाहरुख खान को फिल्म की कहानी सुनाई तब शाहरुख को महसूस हुआ कि वाकई में कहानी पुरानी फिल्म की कहानी से अलग है और वो ‘डॉन’ के रीमेक में काम करने के लिए राजी हो गए.