Sunday, December 22, 2024
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जल्द ही कम हो जाएंगे वाहनों के वेटिंग पीरियड, मारुति सुजुकी ने किया खुलासा

सेमीकंडक्टर चिप्स की कमी उन खास मुद्दों में से एक है जिससे भारत और दुनिया भर में वाहन मैनुफैक्चरर वर्तमान में गुजर रहे हैं. भारत की सबसे बड़ी कार मैनुफैक्चरर मारुति सुजुकी ने हाल ही में जिक्र किया है कि सेमीकंडक्टर चिप्स की उपलब्धता में धीरे-धीरे लेकिन निश्चित रूप से सुधार हुआ है और इससे मैनुफैक्चरर को इसका प्रोडक्शन बढ़ाने में भी मदद मिली है. प्रोडक्शन में सीधे तौर पर कुछ कार मॉडल्स के लिए वेटिंग पीरियड को कम करने में रिफ्लेक्ट होती है. सेमीकंडक्टर्स की कमी एक ग्लोबल संकट है और यह महामारी की दूसरी लहर के बाद अचानक मांग में वृद्धि के कारण हुआ.

सेमीकंडक्टर लगभग हर इलेक्ट्रॉनिक आइटम का एक जरूरी हिस्सा है जिसका हम इन दिनों कारों सहित उपयोग करते हैं. वे कई आधुनिक वाहनों में कई सेंसर और कंट्रोल के लिए जरूरी हैं. सेमीकंडक्टर्स की कमी के लिए सेल फोन और लैपटॉप जैसी प्राइवेट इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं को जिम्मेदार ठहराया जाता है क्योंकि चल रही महामारी के दौरान इन डिवाइस का उपयोग बढ़ गया है. इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं की मांग में इस उछाल ने सेमीकंडक्टर चिप्स पर भी वेटिंग पीरियड बढ़ा दी है.

मारुति सुजुकी इंडिया, सीनियर एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, सेल्स एंड मार्केटिंग, शशांक श्रीवास्तव ने कहा, “पिछले कुछ महीनों में सेमीकंडक्टर आपूर्ति के मुद्दे बेहतर हो गए हैं लेकिन स्थिति अभी भी बहुत गतिशील लेकिन सकारात्मक है. नवंबर में करीब 85 फीसदी प्रोडक्शन सितंबर में 40 फीसदी और अक्टूबर में 60 फीसदी हासिल किया जाएगा.”

सेमीकंडक्टर्स की आपूर्ति में हो रहा सुधार 

शशांक श्रीवास्तव ने जिक्र किया कि हालांकि सेमीकंडक्टर्स की आपूर्ति में सुधार हो रहा है, पूरी इंडस्ट्री में अभी भी कमी देखी जा रही है. मारुति सुजुकी इंडिया ने अक्टूबर 2021 में 1,34,779 यूनिट्स का प्रोडक्शन किया है जो कि अक्टूबर 2020 में मैनुफैक्चरर द्वारा तैयार प्रोडक्ट की तुलना में 26 प्रतिशत कम है. जिन देशों में इन चिप्स का निर्माण किया गया था, वहां मांग में ग्रोथ और प्राकृतिक आपदाओं की इसमें भूमिका थी.

एक्सपर्ट्स ने पहले ही जिक्र किया था कि उद्योग वर्तमान में जिस कमी का सामना कर रहा है वह अस्थायी है और भविष्य में स्थिति में सुधार होगा. शशांक श्रीवास्तव ने यह भी जिक्र किया कि मारुति सुजुकी वर्तमान में भारतीय बाजार के लिए फ्लेक्स-फ्यूल इंजन और दूसरे पावरट्रेन ऑप्शन्स (इलेक्ट्रिक) की रिसर्च कर रही है.

सुजुकी ने हाल ही में लॉन्च की नई सेलेरियो हैचबैक

मारुति सुजुकी ने हाल ही में बाजार में अपनी नई सेलेरियो हैचबैक लॉन्च की है. नई सेलेरियो का रिव्यू हमारी वेबसाइट और यूट्यूब चैनल पर उपलब्ध है. मारुति सेलेरियो एक नए प्लेटफॉर्म पर बेस्ड है जो इसे पुरानी जनरेशन की तुलना में हल्का और सख्त बनाता है. यह वर्तमान में भारत में सबसे अधिक फ्यूल एफिशिएंट पेट्रोल कार है. ऑल-न्यू सेलेरियो में 26.68 किमी/लीटर की एआरएआई सर्टिफाइड फ्यूल एफिशिएंट है.

इसमें एक बिल्कुल नया Suzuki K10C सीरीज इंजन है जो 67 बीएचपी पावर और 89 एनएम मैक्सिमम टॉर्क जनरेट करता है. कार एक मैनुअल और एएमटी गियरबॉक्स ऑप्शन के साथ उपलब्ध है और यह फ्यूल एफिशिएंट में सुधार के लिए आइडल स्टार्ट स्टॉप सिस्टम के साथ भी आती है.

नई Celerio के अलावा Maruti भारत के लिए कुछ नए मॉडल पर भी काम कर रही है. बिल्कुल-नई Maruti Suzuki Vitara Brezza को हमारी सड़कों पर टेस्टिंग के दौरान देखा गया. अपकमिंग मारुति विटारा ब्रेजा की एक लीक इमेज भी ऑनलाइन सामने आई है. ब्रेजा के अलावा, मारुति अपनी प्रीमियम हैचबैक बलेनो और प्रीमियम एमपीवी XL6 के लिए भी एक नया रूप देने पर काम कर रही है. हैचबैक और एमपीवी दोनों को ही हमारी सड़कों पर टेस्टिंग के दौरान देखा गया है. इन सभी वाहनों के अगले साल किसी समय बाजार में लॉन्च होने की उम्मीद है.

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