इंसान के सफल और खुशहाल जीवन के लिए ‘छोटा परिवार, सुखी परिवार’ का मंत्र दिया गया है और ये बिल्कुल सही भी है. छोटा परिवार चलाना और उसकी परवरिश करना काफी सुविधाजनक होता है. यदि कोई ‘छोटा परिवार, सुखी परिवार’ मंत्र का पालन करे तो उसका और उसके परिवार का जीवन निश्चित तौर पर खुशहाल रहता है. महंगाई के इस दौर में लोगों की भी यही कोशिश होती है कि वे अपने परिवार को छोटा ही रखें. क्योंकि उनका परिवार जितना बड़ा होगा, उन्हें उसकी परवरिश में उतनी ही दिक्कतें आएंगी. लेकिन आज हम आपको एक ऐसे परिवार के बारे में बताने जा रहे हैं, जो न सिर्फ दुनिया का सबसे बड़ा परिवार है बल्कि अपने आप में एक पूरा गांव है. जी हां, ये परिवार इतना बड़ा है कि यदि इसके सभी सदस्य एक साथ इकट्ठे हो जाएं तो अच्छे-अच्छों की आंखें फटी रह जाएंगी.
इसके बावजूद ये परिवार सुखी जीवन व्यतीत कर रहा है.
जियोना चाना के परिवार में हैं कुल 181 सदस्य
यहां हम जिस परिवार की बात कर रहे हैं, वह मिजोरम के बटवंग गांव में रहता है. आप इस परिवार के सदस्यों की संख्या का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि ये परिवार 100 कमरे वाले एक मकान में अकेला रहता है. जी हां, ये परिवार जियोना चाना का है, जिसमें कुल 181 सदस्य हैं. जियोना की उम्र 76 साल है. जियोना के परिवार में उनके अलावा 39 बीवियां, 94 बच्चे, 14 बहुएं, 33 पोते-पोतियां और एक प्रपौत्र भी शामिल है. जियोना पेशे से एक बढ़ई हैं. इस परिवार की सबसे खास बात ये है कि ये लोग अपनी जरूरत की ज्यादातर चीजों के लिए किसी अन्य व्यक्ति पर निर्भर नहीं रहते हैं. जियोना के पास अच्छी-खासी खेती की जमीन हैं. इन जमीन पर जियोना का परिवार सिर्फ अनाज ही नहीं बल्कि तरह-तरह की सब्जियां और फल भी उगाता है. इसके अलावा इनके पास अलग-अलग फलों और सब्जियों के कई पेड़ भी हैं. इतना ही नहीं, मुर्गे और अंडों की खपत को देखते हुए इन्होंने अपना पोल्ट्री फार्म भी खोल लिया है.
एक दिन में होती है भोजन की जबरदस्त खपत
हैरानी की बात ये है कि 181 सदस्यों वाले इस परिवार को चलाने में किसी तरह की कोई समस्या नहीं होती है. परिवार के सभी सदस्य जियोना के आदेशों का पालन करते हैं, यही कारण है कि उनका ये विशाल परिवार पूरे अनुशासन से चल रहा है. परिवार के सभी सदस्य खेती-बाड़ी और अन्य कामों में हाथ बंटाते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जियोना की सबसे बड़ी पत्नी परिवार की मुखिया के तौर पर काम करती हैं और बाकी सदस्यों के कामकाज पर नजर रखती हैं. 181 सदस्यों वाले इस परिवार में भोजन की भी जबरदस्त खपत होती है. ये परिवार रोजाना करीब 45 किलो चावल, 25 किलो दाल, 60 सब्जियां, 20 किलो फल, 30-40 मुर्गे और दर्जनों अंडे खाता है. जियोना के सबसे बेटे की उम्र करीब 52 साल है और उनका नाम पारलियाना है. पारलियाना के मुताबिक वे जिस जनजाति से ताल्लुक रखते हैं, उसमें कई शादियां की जा सकती हैं. उन्होंने बताया कि उनके पिता जियोना ने गरीब और अनाथ महिलाओं से शादी की है और अपने परिवार में जगह दी है.