नॉर्थ इंडिया, ये शब्द जेहन में आते ही कई तरह की चीजें आपकी आंखों के सामने दिखाई देने लगती है. आप वहां की वादियों में खो जाते हैं. वहां की अलग-अलग शहरों की बेहतरीन खूबसूरती आपका मन मोह लेती है और वहां की वादियों को हर पल सोचने लगते हैं.
पूरी दुनिया से लोग नॉर्थ इंडिया घूमने आते हैं. खास तौर पर अगर बात मेघालय की हो तो लोग यहां जाने के लिए क्रेजी रहते हैं. आप भी मेघालय अगर कभी नहीं गए हैं तो एक बार वहां जरूर होकर आइए. यहां की खूबसूरती आपका मन मोह लेगी.
आज हम वहां के बारे में कुछ जानकारी आपके लिए लेकर आए हैं जिसे आपको जानना बेहद जरूरी है.
तस्वीरों में डॉकी, दुनिया की सबसे साफ नदियों में से एक है
डॉकी या डौकी एक छोटा सा सीमावर्ती शहर है, जो मेघालय के पश्चिम जयंतिया हिल्स जिले में स्थित है. ये पूर्वोत्तर शहर अपनी अविश्वसनीय रूप से स्वच्छ डॉकी या उमनगोट नदी और एक सुंदर सस्पेंशन ब्रिज के लिए जाना जाता है. दुनिया भर से पर्यटक और फोटोग्राफर इस जगह की सुंदरता को देखने और अपने कैमरों में कैद करने के लिए इस शहर में आते हैं.
डॉकी नदी के कुछ लुभावने किनारों और जगहों पर एक नजर डालें, जिसमें इसकी क्रिस्टल कांच की सतह दिखाई दे रही है.
मेघालय के दर्शनीय स्थल
उमंगोट नदी को मेघालय के दर्शनीय स्थलों में गिना जाता है. नदी का भव्य हरा और नीला क्रिस्टल साफ पानी बिल्कुल आश्चर्यजनक और प्राचीन दिखता है. आप छोटी चट्टानों, कंकड़ और मछलियों को भी स्पष्ट रूप से देख सकते हैं.
डॉकी टाउन
डॉकी मूल रूप से एक सीमावर्ती शहर है और भारत को बांग्लादेश से अलग करता है. ये शहर छोटा जरूर है, लेकिन बहुत ही सुंदर है और अपनी खूबसूरत नदी और एक झूला पुल के लिए ये जाना जाता है.
मेघालय का डॉकी
पुल नदी पर बना एक सस्पेंशन ब्रिज है. अंग्रेजों ने 1932 में पुल का निर्माण किया था.
सबसे स्वच्छ नदी
अभी कुछ दिन पहले ही जल शक्ति मंत्रालय ने उमंगोट नदी को भारत की सबसे स्वच्छ नदी का खिताब दिया था. मंत्रालय ने ट्विटर पर नदी की कई लुभावनी तस्वीरें साझा कीं.
डॉकी नदी पर नावें
नदी का पानी इतना साफ है कि ऐसा लगता है कि नावें कांच की किसी अदृश्य सतह पर तैर रही हैं. नदी भारत और बांग्लादेश के बीच बहती है और एक प्रमुख व्यापार केंद्र है. यहां नाव की सवारी जरूरी है.