क्रिकेट एक बल्ले और गेंद का दलीय खेल है जिसकी शुरुआत दक्षिणी इंग्लैंड में हुई थी। इसका सबसे प्राचीन निश्चित संदर्भ 1598 में मिलता है, अब यह 100 से अधिक देशों में खेला जाता है।
क्रिकेट में एक शब्द प्रयोग होता है ‘नर्वस 90’. इसका मतलब जब बल्लेबाज अपने शतक के नजदीक व 90 रन के पार होता है और उस दौरान जब वह आउट हो जाता है तो वह बैट्समैन नर्वस 90 का शिकार कहा जाता है. 90 से लेकर 99 रन के बीच आउट हुई बल्लेबाज इस रोग के शिकार माने जाते है. कुछ बल्लेबाज तो ऐसे हैं जो अपने शतक से मात्र एक रन से कई बार चूक गए हैं. शतक से एक रन चूक जाना कितना दुखदाई होता है इसकी कल्पना नहीं की जा सकती. ऐसे सीन में बल्लेबाज के चेहरे पर दर्द साफ़ तौर पर महसूस किया जा सकता है.
आज हम आपको ऐसे ही कुछ खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में नर्वस 90 का शिकार हो चुके हैं.
नोट :- नीचे दिए गए सभी बल्लेबाजों के नर्वस 90 के आंकड़े टेस्ट और वनडे के है।
10- हर्षल गिब्स
9- स्टीव वॉ
8- अरविन्द डी सिल्वा
7- नाथन एस्टल
6- मैथ्यू हेडेन
5- इंज़माम उल हक़
4- रिकी पोंटिंग
3- जैक्स कैलिस
2- राहुल द्रविड़
1- सचिन तेंदुलकर
सचिन तेंदुलकर टेस्ट और एक-दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक बार ‘नर्वस नाइंटीज़’ का शिकार होने वालों की सूची में शीर्ष पर हैं। टेस्ट मैचों में वह 10 बार, एक-दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में 18 बार (एक बार नाबाद सहित) नर्वस नाइंटीज़ का शिकार बने। सो, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शतकों का शतक ठोकने का विश्वरिकॉर्ड बनाने वाले सचिन तेंदुलकर के करियर में 28 मौके ऐसे आए, जब वह शतक के करीब पहुंचने के बावजूद उसे हासिल नहीं कर पाए।
यदि सचिन इन मौकों पर भी सेन्चुरी मार देते तो उनके नाम कुल 128 सेंचुरी इंटरनेशनल सेंचुरी होतीं और उनका ये रिकॉर्ड शायद ही कभी कोई तोड़ पाता। फिलहाल 100 सेन्चुरी के रिकॉर्ड के सबसे नजदीक विराट कोहली (70) हैं और वो ये रिकॉर्ड तोड़ भी सकते हैं।