कोरोना काल में घर से बाहर निकलना सुरक्षित नहीं है. ऐसे समय में कहीं भी घूमने जाने का प्लान बनाना खतरनाक साबित हो सकता है. लेकिन कोरोना का केहर खत्म होने पर आप इन गुरुद्वारों का दौरा कर सकते हैं. आइए जानें कौन से ये 5 गुरुद्वारे. देश में ऐसे कई गुरुद्वारे हैं जो दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं. इनका दौरा करने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं. इन गुरुद्वारों की नक्काशी किसी का भी दिल जीत सकती है. इन गुरुद्वारों में अध्यात्मिक शांति के साथ खूबसूरत वास्तुकला और स्वादिष्ट लंगर का आनंद ले सकते हैं.
स्वर्ण मंदिर
पंजाब के अमृतसर में स्थित स्वर्ण मंदिर देश के प्रसिद्ध गुरुद्वारों में से एक है. इस गुरुद्वारे को दरबार साहिब या श्री हरमंदिर साहिब भी कहा जाता है. स्वर्ण मंदिर दर्शन के लिए लोग दूर -दूर से आते हैं. स्वर्ण मंदिर का लंगर हर दिन लगभग 50 हजार लोगों की सेवा करता है. खास मौकों पर ये संख्या 1 लाख भी होती है. यहां का लंगर बहुत ही स्वादिष्ट होता है. बड़ी संख्या होने के बावजूद गुरुद्वारे में स्वच्छता का पूरा ध्यान रखा जाता है.
गुरुद्वारा बंगला साहिब
दिल्ली में स्थित गुरुद्वारा बंगला साहिब कारीगरों द्वारा बनाई गई जटिल नक्काशी से सजा है. यहां चाय और नाश्ते की सेवा 24 घंटे रहती है. जबकि लंगर सुबह 11.00 बजे से 4.00 बजे और शाम 7.30 से 11.00 बजे के बीच परोसा जाता है. लंगर हर दिन लगभग 25 हजार लोगों की सेवा करता है. गुरुद्वारे में घी और सूखे मेवों से बना प्रसाद भी परोसा जाता है.
गुरुद्वारा मणिकरण साहिब जी
मणिकरण साहिब जी गुरुद्वारा जिला कुल्लू में स्थित है. ये गुरुद्वारा कुल्लू पहाड़ों और नदी के किनारे खूबसूरत नजारों के बीच है. यहां हर दिन हजारों लोगों के लिए लंगर परोसा जाता है. ये लंगर बेहद स्वादिष्ट होता है.
श्री हेमकुंट साहिब गुरुद्वारा
श्री हेमकुंट साहिब गुरुद्वारा उत्तराखंड में स्थित है. ये गुरुद्वारा बर्फीले पहाड़ों से घिरा हुआ है. जो मन को अलग ही शांति देता है. इस गुरुद्वारे में चाय के साथ स्वादिष्ट लंगर परोसा जाता है.यहां खिचड़ी और सब्जी जैसे सरल भारतीय भोजन करने से मन खुश होता है.
तख्त श्री पटना साहिब पटना
तख्त श्री पटना साहिब पटना में स्थित है. ये गुरुद्वारा सिख धर्म के सबसे प्रतिष्ठित गुरु, श्री गुरु गोबिंद सिंह का जन्म स्थान है. ये गुरुद्वारा प्राचीन संगमरमर से बना है. जो कि बेहद खूबसूरत है. यहां हर दिन लोगों के लिए लंगर तैयार किया जाता है. अध्यात्म से जुड़े लोग यहां लंगर का स्वाद लेते हैं.