21 वीं सदी में भी महिलाएं और लड़कियां आज भी खुलकर पीरियड्स यानी मासिक धर्म के बारे में बात करने से बचते आई हैं. आज भी वो वही मानती हैं जो उनकी दादी नानी और मां ने उन्हें सिखाया है.
Myths About Periods: आज भी भारतीय समाज में पीरियड्स से जुड़े कई मिथ्स है जिसे लोग सालों से मानते आए हैं. 21 वीं सदी में भी महिलाएं और लड़कियां आज भी खुलकर पीरियड्स यानी मासिक धर्म के बारे में बात करने से बचते आई हैं. महिलाएं और लड़कियां उन मिथ्य को आज भी मानती हैं जो उनकी दादी नानी और मां ने उन्हें सिखाया है. लेकिन, यह मिथ्स की पूरी सच्चाई जाननी बहुत जरूरी है. तो आइए हम आपको पीरियड से जुड़ी कुछ अफवाहों और उनकी सच्चाई के बारे में बताएंगे. जानते हैं इस बारे में-
1. पीरियड ब्लड डर्टी खून होता है
कई सालों से हम यह सुनते आए हैं कि पीरियड ब्लड गंदा खून होता है. इस ब्लड में भारी मात्रा में टॉक्सिन पाए जाते हैं लेकिन, यह सिर्फ मिथ है. यह बिलकुल सही है कि इस खून में कुछ मात्रा में ब्लड, यूटेरिन टिश्यू, म्यूकस लाइटिंग और बैक्टीरिया पाए जाते हैं लेकिन, यह डर्टी ब्लड बिलकुल भी नहीं है.
2. पीरियड का चार दिन से कम होना नहीं है सही
ऐसा कई बार हम सभी ने सुना होगा कि अगर महिला को चार दिन से कम पीरियड होता है तो यह अच्छा नहीं है. यह केवल एक मिथ है क्योंकि हर महिला का मासिक चक्र (Menstrual Cycle) अलग-अलग होता है. यह सिर्फ महिला के हेल्थ पर निर्भर करता है कि उसे कितने दिन पीरियड आएगा.
3. खट्टी चीजों से परहेज करना है जरूरी
हमें आमतौर पर यह सुना होगा कि पीरियड्स के दौरान महिलाओं को खट्टी चीजें नहीं खानी चाहिए. ऐसा किसी भी वैज्ञानिक शोध से नहीं पता चला है कि पीरियड्स के दौरान खट्टी चीज खाने से कुछ नुकसान होता है. हां महिलाओं को इस दौरान संतुलित भोजन जरूर खाना चाहिए.
4. पीरियड्स के दौरान सिर ना धोए
आपने आम तौर पर सुना होगा कि पीरियड्स के दौरान बाल धोना बिलकुल भी सही नहीं है. यह केवल एक मिथक है. पर्सनल ग्रूमिंग (Personal Grooming) का मेंस्ट्रुएशन (Menstruation) से एक दूसरे से कोई संबंध नहीं है. नहाने से आपको फ्रेश फिल होगा और आप बेहतर फील करेंगी.
5. तीस दिन का ही पीरियड चक्र सही
ऐसा माना जाता है कि आमतौर पर महिलाओं का पीरियड मासिक चक्र 28 से 35 दिन का है. कभी-कभी यह चक्र थोड़ा ऊपर नीचे हो जाता है. इसमें घबराने वाली कोई बात नहीं है.