गर्भावस्था के दौरान शरीर को ज्यादा पोषक तत्वों की जरूरत होती है. ऐसे में प्रोटीन, आयरन और कैल्शियम आदि की कमी को दूर करने के लिए हेल्दी डाइट लेने की सलाह दी जाती है. दूध को भी हेल्दी डाइट में शामिल किया जाता है क्योंकि ये महिला के शरीर में कैल्शियम की कमी को कम करता है और बच्चे की सेहत के लिए भी अच्छा माना जाता है. लेकिन कुछ महिलाओं को प्रेगनेंसी के दौरान गैस और एसिडिटी की समस्या बहुत होती है.
ऐसे में दूध पीते ही उनकी ये समस्या और ज्यादा बढ़ जाती है और मितली, उल्टी, छाती में जलन आदि महसूस होता है. विशेषज्ञों की मानें तो प्रेगनेंसी में गैस बनने की समस्या हार्मोन्स के उतार चढ़ाव की वजह से होती है. हार्मोन्स का उतार चढ़ाव कई बार आपके पाचन तंत्र को प्रभावित करता है और उसे शिथिल बना देता है. इसकी वजह से पाचन प्रक्रिया धीमी हो जाती है और आप कुछ भी खाते हैं तो आपको एसिडिटी और गैस की समस्या हो जाती है. ऐसे में दूध पीने से गैस की समस्या और ज्यादा बढ़ जाती है. लिहाजा महिलाएं दूध के सेवन से कतराने लगती हैं. यहां जानिए इस स्थिति से बचने के क्या तरीके हैं.
1. लेक्टोज तत्व होने के कारण दूध को पचाने में पाचन तंत्र को दिक्कत होती है. इसलिए कभी भी दूध का सेवन खाली पेट न करें. थोड़ा सा कुछ खाने के थोड़ी देर बाद दूध पिएं. आप आधा घंटे के अंतराल के बाद दूध पी सकती हैं.
2. अगर आपको गैस और एसिडिटी की समस्या है तो कभी गुनगुना दूध न पिएं. इससे परेशानी और ज्यादा बढ़ जाएगी. हमेशा ठंडा दूध पिएं. इससे आपके पेट में ठंडक पहुंचेगी और किसी तरह की परेशानी भी नहीं होगी.
3. पैकेट वाला दूध इस्तेमाल करती हैं तो इसे पहले अच्छे से उबालें. एक बार में एक गिलास भरकर दूध पीने की बजाय इसे आधा आधा गिलास करके दिन में दो बार करके पिएं. आधा गिलास ठंडे दूध में थोड़ा ठंडा पानी मिक्स कर लें, फिर पिएं. इससे दूध हल्का हो जाएगा. ये आराम से पच भी जाएगा और आपको परेशानी भी नहीं होगी.
4. आप चाहें तो दूध में इलाएची को पीसकर डाल सकती हैं या ठंडाई डालकर पी सकती हैं. इससे भी आपको आराम मिलेगा. लेकिन हल्दी वाला दूध न पिएं.
5. दूध पीने के बाद तुरंत नहीं लेटें. कुछ देर चहलकदमी करें. इससे आपका पाचन तंत्र आसानी से चीजों को पचा पाएगा.