सूखी खांसी अगर सामान्य व्यक्ति को जाए तो खांसते खांसते उसकी पसलियों में दर्द होने लगता है. वहीं गर्भवती महिला के लिए ये समस्या तो कहीं ज्यादा कष्टकारी होती है. प्रेगनेंसी में सूखी खांसी ज्यादा हो, तो सांस लेने में तकलीफ, बुखार आदि समस्याएं हो सकती हैं. कई बार लगातार खांसी आने पर पेट पर दबाव बढ़ जाता है, इसकी वजह से शिशु को भी नुकसान होने का डर रहता है.
प्रेगनेंसी के दौरान अपने आप किसी दवा को लेना भी सुरक्षित नहीं होता है. ऐसे में या तो विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए या फिर घरेलू उपाय आजमाए जा सकते हैं. घरेलू उपायों का कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता है. यहां जानिए सूखी खांसी में कारगर घरेलू नुस्खों के बारे में.
1. मुलेठी एक ऐसी औषधि है जो खांसी ही नहीं बल्कि श्वास से जुड़े अन्य रोगों में भी काफी लाभकारी मानी जाती है. सूखी खांसी की समस्या होने पर आप इसका एक टुकड़ा मुंह में डालें और धीरे धीरे इसका रस निगलें. काफी आराम मिलेगा. मुलेठी के पानी को उबालकर भी पिया जा सकता है.
2. दो कप पानी में अदरक घिसकर उबालें. इसे आधा रह जाने पर छान लें और इस पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर खाएं. सूखी खांसी वायरल संक्रमण और एलर्जी की वजह से होती है. इस पानी को दिन में दो से तीन बार पीने से बलगम और सूजन को कम होती है.
3. शहद सूखी खांसी में काफी आराम देता है. इसलिए जब भी सूखी खांसी हो, दिन में दो से तीन बार शहद लें. रात को सोते समय गुनगुने दूध में शहद डालकर पिएं. लेकिन शहद असली होना चाहिए.
4. पानी को गुनगुना करके उसमें सेंधा नमक डालें और इससे दिन में तीन से चार बार गरारे करें. काफी आराम मिलता है.
5. तुलसी और गिलोय का काढ़ा बनाकर पीने से भी सूखी खांसी की समस्या नियंत्रित होती है. आप इसे गुनगुना पी सकती हैं. इसके अलावा मुनक्के को भिगोकर खाएं.