जम्मू-कश्मीर अपनी खूबसूरती के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है। इस खूबसूरती के चलते कश्मीर को धरती का स्वर्ग भी कहा जाता है। हर वर्ष हजारों की संख्या में लोग कश्मीर आते हैं। हालांकि, कोरोना वायरस महामारी के चलते पर्यटन पर असर पड़ा है, लेकिन पर्यटकों में कश्मीर के प्रति अगाध स्नेह और प्रेम बरकरार है। वर्तमान समय में भी पर्यटक कश्मीर आने से गुरेज नहीं कर रहे हैं। खासकर वसंत मौसम में वादी की खूबसूरती में चार चांद लग जाते हैं। इस क्रम में पर्यटकों के लिए घाटी से खुशखबरी आ रही है। 25 मार्च से ट्यूलिप फेस्टिवल की शुरुआत हो चुकी है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर लोगों से अनुरोध किया है कि-जब भी आपको समय मिले। एक बार ट्यूलिप गार्डन जरूर जाएं और ट्यूलिप गार्डन का गवाह जरूर बनें। कश्मीर की जनता गर्मजोशी से आपका स्वागत करेंगे। आइए, ट्यूलिप गार्डन के बारे में जानते हैं-
कहां है ट्यूलिप गार्डन
ट्यूलिप गार्डन जम्मू-कश्मीर के ज़बरवान क्षेत्र में अवस्थित है। यह एशिया का सबसे बड़ा गार्डन है। आम जनता के लिए यह अप्रैल महीने में खुलता है। हालांकि, इस बार गार्डन को 25 मार्च को ही खोल दिया गया है। इससे पहले हर साल अप्रैल में ट्यूलिप फेस्टिवल मनाया जाता है। इस साल गार्डन में 64 से अधिक प्रकार के 15 लाख फूल का दीदार कर सकते हैं। यह गार्डन 30 हेक्टेयर भूमि में फैला है।
इस गार्डन का उद्घाटन तत्कालीन सीएम गुलाम नबी आज़ाद ने साल 2007 में किया था। ट्यूलिप गार्डन में कई छते हैं और हर छत पर अलग-अलग प्रकार के ट्यूलिप फूल के पौधे हैं। फ़िलहाल 64 से अधिक प्रकार के ट्यूलिप हैं और हर साल इसके प्रकार में बढ़ोत्तरी की जा रही है। जानकारों की मानें तो ट्यूलिप वसंत ऋतू में खिलने वाला फूल है। इसकी खोज सबसे पहले तुर्की में हुई थी। फिर यूरोप के रास्ते यह पौधा दुनियाभर में फ़ैल गया। खासकर यूरोप में यह फूल अधिक पॉपुलर हुआ है।