ओलिंपिक खेलों में इथोपिया के हेले गेबरसेलासी (Haile Gebrselassie) को डिस्टेंस रनिंग का बड़ा चैंपियन माना जाता है. उन्होंने अपने करियर में कई उपलब्धियां हासिल की हैं जो उन्हें इस खिताब का हकदार बनाया. आज किस्से ओलिंपिक (Olympic) में हम आपको उन्हीं की कहानी सुनाने जा रहे हैं. उनके बचपन के संघर्ष की जिन्होंने उन्हें असली चैंपियन बनाया. साल 2011 में उन्हें न्यू अफ्रीकन मैग्जीन ने टॉप 100 प्रभावशाली अफ्रीकन में शामिल किया है.
हेले ने ओलिंपिक में 10 किमी के इवेंट में दो गोल्ड मेडल जीते हैं. वही वह इस इवेंट में चार बार गोल्ड चैंपियन भी रह चुके हैं. उन्होंने चार बार बर्लिन मैराथान और तीन बार दुबई मैराथान भी जीते हैं. उन्होंने 800 मीटर से लेकर मैराथान तक इथोपिया (Ethiopia) के 67 नेशनल रिकॉर्ड तोड़े वहीं 27 वर्ल्ड रिकॉर्ड भी कायम किए. यह सभी रिकॉर्ड यह साबित करने के लिए काफी हैं कि आखिर क्यों वह महानतम खिलाड़ी हैं.
हर रोज 20 किमी पैदल चलते थे हेले
हेले का जन्म इथोपिया के असेला में हुआ था. बचपन में जहां वह फार्म पर रहा करते थे जहां से उनका स्कूल 10 किमी दूर है. वह हर रोज सुबह चलकर स्कूल जाते थे और शाम को उसी तरह वापस आते थे. इस तरह वह दिन में 20 किमी पैदल चला करते थे जिससे उनका स्टेमिना काफी बढ़ गया था. स्कूल जाते हुए वह हाथ में किताब लेकर चलते थे. इसी वजह से उनका पोस्चर भी रनर की ही हो गया था.
ओलिंपिक में जीते दो गोल्ड मेडल
1992 में वह पहली बार चर्चा में आए जब उन्होंने सीयोल में हुई जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में 5000 और 10000 मीटर में गोल्ड मेजल जीता. इसके बाद वह 1993, 1995 और 1999 में भी दोनों इवेंट के वर्ल्ड चैंपियन रहे. 1996 में उन्होंने पहली बार ओलिंपिक में हिस्सा लिया और 10000 मीटर में गोल्ड मेडल जीता. इसके बाद अगले ओलिंपिक में वह इस खिताब का बचाव करने वाले पहले खिलाड़ी बने थे. 26 अगस्त को वह पहली बार हाफ मैराथान में उतरे और जीत हासिल की. उन्होंने 2001 में आईएएएफ वर्ल्ड हाफ मैराथान चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया. साल 2004 में वह आखिरी बार ओलिंपिक में उतरे.