अनिल कपूर ने उमेश मेहरा की फ़िल्म ‘हमारे तुम्हारे’ (1979) के साथ एक सहायक अभिनेता की भूमिका में अपने बॉलीवुड के सफर की शुरुआत की। ‘हम पाँच’ (1980) और ‘शक्ति’ (1982) के रूप में कुछ मामूली भूमिकाओं के बाद उन्हें 1983 में ‘वो सात दिन’ में अपनी पहली प्रमुख भूमिका मिली जिसमे उन्होंने एक उत्कृष्ट एवं स्वाभाविक प्रदर्शन किया। कपूर ने बाद में टॉलीवुड में अभिनय करने की कोशिश की और तेलुगू फ़िल्म ‘वम्सावृक्षं’ और मणिरत्नम की पहली कन्नड़ फ़िल्म ‘पल्लवी अनुपल्लवी’ (1983) की। इसके बाद उन्होंने यश चोपड़ा की ‘मशाल’ में एक बेहतरीन प्रदर्शन किया जहां उन्होंने दिलीप कुमार के साथ अभिनय कौशल दिखाया। ‘मेरी जंग’ (1985) जैसी फ़िल्म में न्याय के लिए लड़ रहे एक नाराज युवा वकील की भूमिका की जिसने उन्हें एक परिपक्व अभिनेता के रूप में स्थापित कर दिया।
आज जिन अभिनेताओं के बारे में हम बात कर रहे है इन्होंने एक, दो नहीं बल्कि तीन-तीन फिल्मों में एकसाथ काम किया है और इन दोनों ही अभिनेताओं का एक, दो नहीं बल्कि तीनों ही फिल्मों के सेट पर झगड़ा हुआ है। तब से लेकर आज तक इन पूरे 35 सालों में दोनों ने कभी भी एक-दूसरे के साथ कभी भी काम नहीं किया है। ये दोनों कलाकार है सनी देओल और अनिल कपूर और आज हम आपको बताएंगे कि इन दोनों के बीच कब, कैसे और क्यों झगड़ा हुआ था।
ये वो समय था जब बॉलीवुड इंडस्ट्री में सनी देओल, संजय दत्त, मिथुन चक्रवर्ती, गोविंदा, जैकी श्रॉफ और अनिल कपूर जैसे सितारों का बोलबाला था। इनके साथ-साथ सदी के महानायक अमिताभ बच्चन का दौर भी चल ही रहा था। ऐसे में इन सभी सितारों को इंडस्ट्री में अपनी छाप छोड़ने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी थी।
जहां संजय दत्त और सनी देओल के पास अपने पिता सुनील दत्त और धर्मेंद्र का नाम था, वहीँ गोविंदा और मिथुन चक्रवर्ती के पास केवल अपने डांस का हुनर था। ठीक वैसे ही जैकी श्रॉफ के ऊपर सुभाष है का हाथ था तो अनिल कपूर के साथ उनके भाई बोनी कपूर का साथ था।
साल 1988 में सनी देओल और अनिल कपूर की एक साथ पहली फिल्म आयी थी, जिसका नाम ‘राम अवतार’ था। इस फिल्म के एक सीन के दौरान सनी देओल को अनिल कपूर का गला दबाना था। इस सीन को करते समय सनी देओल इतने जोश में आ गए थे कि उन्होंने अनिल कपूर का गला थोड़ा ज्यादा ही जोर से दबा दिया था।
इस सीन को शूट करने के बाद अनिल कपूर ने पूरे सेट पर हंगामा कर दिया और सबसे कहने लगे कि सनी देओल ने उनका गला जानबूझकर इतना तेज दबाया था। ये खबर मीडिया में भी फैलने लगी। यही वजह थी कि सनी देओल, अनिल कपूर से बहुत ज्यादा गुस्सा हो गए थे। ये थी इनकी पहली टक्कर या फिर इनके झगड़े का बीज कह सकते है जो धीरे-धीरे बढ़ रहा था।
इसके बाद साल 1988 में ही इन दोनों की एक और फिल्म आयी थी जिसका नाम था ‘इन्तकाम’। हालांकि ये दोनों उस हादसे के बाद एक-दूसरे के साथ काम करना ही नहीं चाहते थे, लेकिन इस फिल्म के निर्देशक राजकुमार कोहली इन दोनों के काफी अच्छे दोस्त रहे थे। राजकुमार कोहली के सनी देओल से भी काफी अच्छे रिश्ते थे और अनिल कपूर से भी अच्छी दोस्ती थी। इनके कहने पर ही दोनों ने इस फिल्म में एकसाथ काम करने के लिए हामी भर दी थी।
IMDb नामक मशहूर वेबसाइट के मुताबिक एक दिन इसी फिल्म की शूटिंग के समय एक सीन के दौरान अनिल कपूर को किसी बात पर सनी देओल पर चिल्लाना था। इस सीन में चिल्लाते समय दोनों के चेहरे इतने नजदीक थे कि चिल्लाते हुए अनिल कपूर के मुंह का पूरा थूक सनी देओल के मुंह पर जा रहा था। कई दफा सनी देओल ने अनिल कपूर को समझाया कि ठीक से बोलो या फिर धीरे बोलो या फिर ठीक से चिल्लाओं, क्यूंकि बोलते समय सारा थूक मेरे चेहरे पर आ रहा है।
कई बार बोलने के बावजूद अनिल कपूर इस सीन को बार-बार इसी तरह करते रहे और कई बार सनी देओल के मुंह पर थूकते रहे। इस सीन को शूट करने के बाद सनी देओल इतने गुस्सा हो गए थे कि उन्होंने अनिल कपूर के कॉलर पकड़ लिए। ये देखते ही फिल्म के सेट पर मौजूद क्रू मेंबर्स को इन दोनों के झगड़े के बीच आना पड़ा और इन दोनों को छुड़वाना पड़ा। थोड़ी देर और होती तो शायद अनिल कपूर, सनी देओल के हाथों पीट ही जाते थे। इस झगड़े के बाद दोनों ने ही ये तय कर लिया था कि फिर कभी एक-दूसरे के साथ काम नहीं करेंगे।
हालांकि साल 1989 में इन दोनों की एक और फिल्म आयी थी जिसका नाम था ‘जोशीले’। इस फिल्म की शूटिंग साल 1984-85 के दौरान ही ख़त्म हो चुकी थी और साल 1981 में रिलीज़ की गयी थी। मगर जिस समय ये फिल्म रिलीज़ हुई थी उस समय इन दोनों के बीच फिर एक बार झगड़ा हुआ।
‘जोशीले’ फिल्म जिस समय शूट हुई थी उस समय सनी देओल और अनिल कपूर दोनों ने ही एक-एक फिल्म की थी। जहां अनिल कपूर की फिल्म ‘वो सात दिन’ हिट हुई थी वहीँ सनी देओल की फिल्म ‘बेताब’ सुपरहिट हुई थी। सनी देओल उस समय ज्यादा मशहूर थे क्यूंकि वो धरम पाजी के बेटे थे। फिल्म ‘जोशीले’ में सनी देओल के पास अनिल कपूर से ज्यादा अच्छा रोल था।
फिल्म तो पूरी हुई, मगर फिल्म की रिलीज़ में लगे 5 सालों में सनी देओल और अनिल कपूर के बीच बहुत कुछ बदल गया था। इन 5 सालों में जहां सनी देओल की फिल्मों ने कुछ ख़ास नहीं किया था, वहीँ अनिल कपूर अपने करियर की ऊंचाइयों पर थे। अनिल ने ‘मिस्टर इंडिया’, ‘तेज़ाब’, ‘राम लखन’, ‘मशाल’, ‘जांबाज़’ और ‘कर्मा’ जैसी सुपरहिट फ़िल्में दी थी।
अनिल कपूर की फ़िल्में हिट हुई थी और उनका मार्केट ऊंचा था तो इसी कारण फिल्म ‘जोशीले’ के पोस्टरों में अनिल कपूर का नाम सनी देओल से ऊपर लिखा गया था। ये पोस्टर जब छपकर आये और धर्मेंद्र को जब इस बात की खबर लगी तो उन्हें काफी गुस्सा आया।
धर्मेंद्र के पूछने पर पता चला कि ये पोस्टर खुद अनिल कपूर के भाई बोनी कपूर ने बनवाये है। बस फिर क्या था, धरम पाजी ने इस बार खुद सनी देओल को अनिल कपूर के साथ काम नहीं करने की हिदायत दे डाली। इसी वजह से आज तक दोनों ही कलाकारों ने साथ में काम नहीं किया है।