युसूफ पठान एक भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी खिलाड़ी है जो मुख्य रूप से बल्लेबाजी ऑलराउंडर है। पठान दाहिने हाथ सर बल्लेबाजी और दाहिने ही हाथ से ऑफ़ब्रेक गेंदबाजी करते है। इंडियन प्रीमियर लीग में इन्होंने राजस्थान रॉयल्स की तरफ से खेलते हुए अपने कैरियर की शुरुआत की थी जबकि ज्यादातर क्रिकेट कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए ही खेला और 2018 इंडियन प्रीमियर लीग में इन्हें सनराइजर्स हैदराबाद में अपनी टीम में शामिल कर दिया।
आज हम आपको उन 4 भारतीय खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहा हूँ, जो भारतीय टीम में आये थे आंधी की तरह लेकिन तूफान की तरह चले गए।
1) युसुफ पठान : युसुफ पठान अपनी आतिशी बल्लेबाजी के लिए मशहूर है। युसुफ पठान कभी भी मैच का पासा पलटने में माहिर थे। लेकिन वे अब टीम में जगह बनाने में असफल हो रहे है। युसुफ पठान ने 22 टी-20 में 236 रन बनाये है।
2) इरफान पठान : भारतीय टीम के तेज गेंदबाज इरफान पठान ने साल 2003 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना डेब्यू किया। पठान ने 29 अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट मैचों की 54 पारियों में 102 विकेट झटके। इरफान पठान ने एक पारी में सर्वाधिक 7 विकेट लेने का रिकॉर्ड है। लेकिन इस बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद उन्हें टीम में मौका नहीं मिल पा रहा है।
3) सुरेश रैना : सुरेश रैना ने अपने करियर का आगाज बहुत ही शानदार तरीके से किए थे। सुरेश रैना ने मात्र 78 टी-20 में 1 शतक और 5 अर्धशतक की मदद से कुल 1605 रन बनाये है। लेकिन इस के बाद भी सुरेश रैना भारतीय टीम में ज्यादा समय तक अपनी जगह नहीं बना पाए।
4) गौतम गंभीर : गौतम गंभीर की गिनती भारतीय टीम के सबसे सफल सलामी बल्लेबाजों में होती है, गौतम गंभीर ने विश्वकप 2011 के फाइनल में भारतीय टीम की तरफ से सबसे बड़े मैच विनर का रोल निभाया था, सुरेश रैना ने मात्र 147 वनडे में 11 शतक और 34 अर्धशतक की मदद से कुल 5238 रन बनाये है। लेकिन विश्वकप 2011 के बाद से ही गौतम गंभीर लगातार भारतीय टीम से बाहर चल रहे थे, और उन्होंने अब क्रिकेट से सन्यास ले लिया है।