किसी गंभीर बीमारी का इलाज ढूंढते समय अक्सर हम उन आसान उपायों को नजरअंदाज कर देते हैं। जो हमें इस बीमारी में थोड़ा आराम दिला सकती हैं। माइग्रेन से छुटकारा पाने के लिए और थोड़ी राहत पाने के लिए इन आसान उपायों को अपनाएं।
माइग्रेन बढ़ाने वाले ट्रिगर पर ध्यान देंः
यह सब से जानने योग्य महत्वपूर्ण बात है। क्योंकि हर अलग-अलग व्यक्ति के लिए माइग्रेन का ट्रिगर अलग-अलग हो सकता है। किसी को तेज खुशबू, किसी को धुआँ, तेज रोशनी, डाइट में परिवर्तन, खाली पेट रहना, या अन्य ऐसी ही किसी कारण से माइग्रेन का दर्द उठता है। यह चीजें ट्रिगर कहलाती हैं। आपको अपने माइग्रेन के दर्द के लिए ट्रिगर को समझना होगा। अगर आप इनसे दूर रहते हैं तो माइग्रेन के दर्द से काफी हद तक बचा जा सकता है।
एक्सरसाइजः
योग, एक्सरसाइज और नियमित रूप से व्यायाम करने से हमारे शरीर में एक तरह के हार्मोन का निर्माण होता है। जिसे एंडॉर्फिन हार्मोन कहते हैं। यह एंडॉर्फिन हार्मोन हमें खुशी प्रदान करता है। हमे अंदर से खुशनुमा बनाता है और दर्द को दूर भगाता है। ये एक तरफ से नैचुरल दर्द निवारक भी है।
इसलिए व्यायाम और योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। लेकिन यह ध्यान रखें कि योग और व्यायाम करने से पहले थोड़ी स्ट्रैचिंग और वार्मअप जरूरी है। क्योंकि अचानक से किया गया योग और एक्सरसाइज भी आपके लिये ट्रिगर का काम करता है, इसलिए इसे धीरे-धीरे बढ़ाएं।
माइग्रेन के लक्षणों का अनुभव करेंः
अक्सर यह भी देखा जाता है कि लोग यह समझ ही नहीं पाते कि उन्हें सामान्य सर में दर्द है या माइग्रेन की समस्या है। इसलिए माइग्रेन के लक्षण को समझना जरूरी है। अगर पूरे सर में तेजी से दर्द हो रहा है, तेज आवाज, रोशनी, खुशबू इत्यादि से सर में दर्द हो रहा है। साथ ही उल्टी आ रही है, बेचैनी सी लग रही है, किसी काम में मन नहीं लगता, भूख कम लगती है, तो यह माइग्रेन के लक्षण हो सकते हैं। ऐसे में डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।