पूर्व विश्व चैम्पियन मीराबाई चानू ने भारोत्तोलन एरीना में शानदार वापसी करते हुए क्लीन एवं जर्क में नया विश्व रिकॉर्ड कायम करते हुए शनिवार को एशियाई चैम्पियनशिप में कांस्य पदक हासिल किया। मीराबाई ने इस दौरान अपने राष्ट्रीय रिकॉर्ड में सुधार करने के साथ टोक्यो ओलंपिक का टिकट भी पक्का किया क्योंकि वह छह क्वालीफाइंग प्रतियोगिता में भाग ले चुकी हैं।
भारत की 26 साल की इस खिलाड़ी ने स्नैच में 86 किग्रा का भार उठाने के बाद क्लीन एवं जर्क में विश्व रिकॉर्ड कायम करते हुए 119 किलोग्राम का भार उठाया। वह कुल 205 किग्रा के साथ तीसरे स्थान पर रही। इससे पहले क्लीन एवं जर्क मे विश्व रिकॉर्ड 118 किग्रा का था। चानू का 49 किग्रा में व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कुल 203 किग्रा (88 किग्रा और 115 किग्रा) था, जो उन्होंने पिछले साल फरवरी में राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में बनाया था।
स्वर्ण पदक चीन की होऊ जिहीहुई ने जीता, जिन्होंने 213 किग्रा (96 किग्रा और 117 किग्रा) के कुल वजन से स्नैच में नया विश्व रिकॉर्ड बनाया जबकि उनकी हमवतन जियांग हुईहुआ ने गोल्ड स्तर की ओलंपिक क्वालीफायर प्रतियोगिता में 207 किग्रा (89 किग्रा और 118 किग्रा) का वजन उठाकर रजत पदक जीता।
चानू की शुरूआत हालांकि अच्छी नहीं रही, वह पहले दो स्नैच प्रयासों में 85 किग्रा का वजन उठाने में असफल रहीं। मणिपुर की इस भारोत्तोलक ने फिर अपने अंतिम प्रयास में 86 किग्रा का वजन उठाया। हालांकि वह जिहीहुई (96 किग्रा), हुईहुआ (89 किग्रा) और इंडोनेशिया की ऐसाह विंउी कैंटिंका (87 किग्रा) के बाद चौथे स्थान पर रहीं।
चानू ने अपने क्लीन एवं जर्क की शुरूआत 113 किग्रा से की, इसके बाद उन्होंने 117 किग्रा का वजन उठाकर अपना व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ किया। भारतीय भारोत्तोलक ने फिर 119 किग्रा का वजन उठाकर अपने प्रदर्शन में सुधार किया जो उनके शरीर के वजन से दोगुने से ज्यादा है।