बदलते मौसम में अक्सर लोग बीमार पड़ने लगते हैं. सर्दी-जुकाम, खांसी और बुखार जैसी समस्याएं घेरने लगती हैं. सबसे ज्यादा समस्या उन लोगों को होती है, जिनकी इम्युनिटी कमजोर होती है. ऐसे में शलजम को काफी उपयोगी माना जाता है. शलजम को लोग सब्जी के रूप में इस्तेमाल करते हैं.
लेकिन आयुर्वेद में इसे औषधि माना गया है. शलजम में एंटीऑक्सिडेंट्स, मिनरल्स, फाइबर, विटामिन सी, कैल्शियम आदि तमाम पोषक तत्व मौजूद होते हैं. इसे वात, पित्त और कफ के विकारों को दूर करने वाला माना जाता है. जानिए इसके अन्य फायदों के बारे में.
मौसमी संक्रमण में उपयोगी
शलजम में एंटीबैक्टीरियल और एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं. ये किसी भी तरह के मौसमी संक्रमण से बचाने में मददगार है. सर्दी-जुकाम, खांसी और बुखार जैसी समस्याओं को ये कुछ ही समय में दूर करने की क्षमता रखती है.
पुरानी खांसी और सांस की समस्या दूर करे
अगर आपको पुरानी खांसी है या बार बार खांसी की समस्या हो जाती है तो शलजम को काटकर, भूनकर और नमक डालकर खाएं. इससे काफी आराम मिलता है. शलजम का तेल को छाती पर लगाने से सांस नली में आई सूजन कम होती है.
भूख न लगने पर
अगर आपको भूख नहीं लगती तो शलजम का सेवन अदरक के साथ करें. इससे आपका भोजन अच्छे से पचता है और भूख न लगने की समस्या दूर होती है. शलजम के पत्तों की सब्जी बनाकर खाने से अपच, गैस, कब्ज और बवासीर जैसी समस्या दूर होती है.
शरीर को डिटॉक्स करने में मददगार
अगर आपको शरीर को स्वस्थ रखना है तो समय समय पर शरीर को डिटॉक्स करना बहुत जरूरी है. इसके लिए सुबह खाली पेट शलजम का जूस निकालकर पीएं. इससे आपका शरीर भी डिटॉक्स होगा और आपको हल्का महसूस होगा.
वजन घटाती शलजम
मोटापे को तमाम बीमारियों की जड़ माना जाता है. अगर आपका भी वजन बहुत ज्यादा है और आप वजन घटाना चाहते हैं, तो आप शलजम को अपना वेट लॉस पार्टनर बना सकते हैं. ये आपके शरीर में एक्सट्रा कैलोरी को बर्न करता है और चर्बी को बढ़ने से रोकता है.
हड्डियों को करे मजबूत
अगर आपकी हड्डियों से जुड़ी तकलीफ है, तो आपको शलजम को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए. शलजम में काफी मात्रा में कैल्शियम होता है, जो हड्डियों को मजबूत करने का काम करता है. आर्थराइटिस और अन्य सूजन संबंधी परेशानियों में शलजम काफी उपयोगी है.