तनाव, अवसाद या चिंता का एक मुख्य लक्षण है कि आपके खाने की आदत असामान्य हो जाती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपके खाने की आदत नॉर्मल है या नहीं, यह कैसे पता लगाया जा सकता है. इस आर्टिकल में हम उन संकेतों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें पहचानकर आप पता लगा सकते हैं कि आपके खाने की आदत सामान्य है या नहीं. तनाव, अवसाद या चिंता जैसे किसी भी भाव के कारण खाने की आदत असामान्य होना इमोशनल ईटिंग कहलाती है.
इमोशनल ईटिंग के संकेत (Signs of Emotional Eating)
जब आप इमोशनल ईटिंग करते हैं, तो आप के अंदर निम्नलिखित लक्षण दिखते हैं. जैसे-
- जब आप जंक फूड जैसे किसी खास तरह के फूड को खाकर अपने तनाव में कमी महसूस करते हैं, तो यह तनाव के कारण इमोशनल ईटिंग का संकेत है. इसमें खाना खाने के दौरान आप अपने मूड में बेहतरी महसूस करते हैं और खाना खत्म होने के बाद फिर से तनाव में आ जाते हैं.
- इमोशनल ईटिंग का दूसरा संकेत यह है कि जब आपको भूख भी नहीं होती, आप तब भी खाना खाते हैं. क्योंकि, आपको दिमागी रूप से किसी तरह के खालीपन का एहसास होता रहता है.
- जब आपको खाने के लिए भूख की जरूरत नहीं होती और पेट भरा होने के बाद भी कुछ खास तरह का खाने का मन करे, तो यह भी इमोशनल ईटिंग का संकेत है.
- इमोशनल ईटिंग में सबसे ज्यादा अनहेल्दी चीजें खाने का मन करता है. जब व्यक्ति तनाव, अवसाद या चिंता में होता है, तो उसे केक, क्रीम, जंक फूड, कूकी जैसे मीठा और मसालेदार खाना खाने की इच्छा होती है. इस इच्छा के आगे आप अपना स्वास्थ्य कुर्बान कर देते हैं और मोटापा व शुगर जैसी बीमारियां गले लगा लेते हैं.
यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.