देश में ऐसे कई धार्मिक स्थल हैं जिनकी यात्रा लोग दूर-दूर से करने आते हैं. इनमें से कुछ धार्मिक यात्राएं (Religious Tours) काफी मुश्किल है बावजूद इसके यहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं.
हम आपको भारत के सबसे खतरनाक और कठिन धार्मिक यात्राओं (Toughest Religious Tours) के बारे में बताने जा रहे हैं. आइए जानें भारत की सबसे मुश्किल धार्मिक यात्राएं कौन सी हैं.
सबसे कठिन धार्मिक यात्राएं
पंच केदार
पंच केदार उत्तराखंड के गढ़वाल हिमालयी क्षेत्र में लगभग 170 किलोमीटर की दूरी पर स्थित पांच मंदिरों का एक समूह है. इसके लिए आपको जंगली घने जंगलों से गुजरना पड़ता है और 12000 फीट तक की ऊंचाई वाले खड़े पहाड़ों पर चढ़ना पड़ता है. अगर आपके पास गाइड नहीं है तो खो जाना भी बहुत आसान है, जो इसे बहुत चुनौतीपूर्ण बना सकता है.
कैलाश मानसरोवर
कैलाश मानसरोवर भारत और चीन के विभिन्न समुदायों के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण धार्मिक महत्व रखता है. चीन के दक्षिण पश्चिम क्षेत्र में स्थित इस पर्वत पर पहुंचना थोड़ा कठिन हो सकता है. यात्रा करने का खर्च थोड़ा महंगा पड़ सकता है. साथ ही बेस कैंप तक पहुंचने के लिए बहुत अधिक मेहनत करनी पड़ती है. लेकिन सभी बाधाओं के बावजूद, बड़ी संख्या में तीर्थयात्री दर्शन करने के लिए पूरे रास्ते चलते हैं.
श्रीखंड महादेव
ये भारत में सबसे कठिन ट्रेक में से एक माना जाता है. श्रीखंड महादेव उन लोगों के लिए एक एडवेंचर हैं जो अपनी लिमिट को पुश करना पसंद करते हैं. जंगली जानवरों से भरे घने जंगलों में घूमने से लेकर खड़े पहाड़ों पर चढ़ने से लेकर लगभग 14000 फीट की ऊंचाई तक, 6 फीट बर्फ से ढके विशाल ग्लेशियरों के माध्यम से चलना थोड़ा मुश्किल होता है. संसाधनों की कमी वाले हिमालय की बंजर भूमि में खुद का हौसला बांधे रखना थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है.
हेमकुंड साहिब
हेमकुंड साहिब उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित एक गुरुद्वारा है. ये गढ़वाल क्षेत्र के 7 प्रसिद्ध हिमालयी चोटियों से ढके लगभग 16000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है, नंदा देवी उनमें से एक है. कई तीर्थयात्री ग्लेशियर के माध्यम से अपना रास्ता बनाते हैं लेकिन ये काफी मुश्किल होता है. अधिकतर लोगों को ऑक्सीजन की कमी का सामना करना पड़ता है. यहां जाना चुनौतीपूर्ण हो सकता है.
अमरनाथ
अमरनाथ यात्रा भारत में सबसे प्रसिद्ध धार्मिक यात्राओं में से एक है जो हर साल बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों को आकर्षित करती है. एक बहुत ही चुनौतीपूर्ण और दुर्गम स्थल होने के बावजूद, भगवान शिव के भक्त भव्य मंदिर के दर्शन करने के लिए यहां आते हैं.