परियड्स (Periods) से पहले ही लड़कियों के शरीर में कुछ बदलाव दिखने शुरू हो जाते हैं, जिनकी शुरुआत से ही मां को अपनी बच्चियों पर ध्यान देना चाहिए, ताकि वो अपनी बेटियों को इसके लिए मानसिक और शरारिक रूप से तैयार कर सके। इन दिनों बदलते लाइफ स्टाइल (Lifestyle) और खान-पान की वजह से समय से पहले ही बच्चियों के शरीर में कुछ बदलाव दिखने लगते हैं, जिसके बाद उन्हें पीरियड्स आना शुरू हो जाते है, वैसे तो लड़कियों को पीरियड्स आना आम बात होती है, लेकिन पहली बार जब ऐसा होता है, तो जानकारी न होने की वजह से लड़कियां घबरा जाती हैं और खुलकर बात नहीं कर पाती है। एक मां होने के नाते आपको अपनी बेटी का ध्यान रखना चाहिए।
1-ब्रेस्ट का साइज में बदलाव
हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि लड़कियों के ब्रेस्ट को उभरने और पूरा आकार बनने में कम से कम 4-5 साल का समय लगता है। जब ब्रेस्ट का साइज बढ़ना शुरु हो जाता है तो उसके 2 साल बाद गर्ल्स को पीरियड आना शुरू हो सकता है। ऐसे में अपनी बेटी के इस बदलाव का ध्यान रखें और उनसे पीरियड्स के बारे में जानकारी देना शुरू कर दें।
2- हेयर्स की ग्रोथ आना
10 साल की उम्र में लड़कियों को अंडर आर्म्स और वैजाइना के पास हेयर ग्रोथ आनी शुरू हो जाती है, जिससे मां को ये अंदाजा लगाना शुरू कर देना चाहिए कि 1 से 2 साल के बीच बच्ची को पीरियड्स आ सकते हैं, इसलिए उसे सैनिटरी पैड्स और पीरियड्स के बारे में बात करना शुरू कर देना चाहिए, ताकि आपकी बेटी शरीर में हो रहे इन बदलावों से घबराएं नहीं और वो आपसे अपनी हर बात खुलकर शेयर कर सकें।
3- व्हाइट डिसचार्ज होना
एक्सपर्ट्स की मानें तो पीरियड्स से कुछ महीनों पहले लड़कियों को वैजाइनल डिस्चार्ज होना शुरू हो जाता है, जो सफेद या पीले रंग का होता है। यह पीरियड्स शुरू होने का तीसरा संकेत हो सकता है। ऐसे में आप अपनी बेटी को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही न बरतें और आप उससे खुलकर बात करती रहें।
कब आता है पीरियड
दरअसल, हर लड़की में पीरियड्स की उम्र अलग-अलग होती है, आपके खान-पान और लाइफस्टाइल का असर पीरियड्स आने पर भी पड़ता है। 12-13 साल के बाद लड़कियों को कभी भी पीरियड्स आ सकते हैं, कुछ लड़कियों को जल्दी आते हैं तो कुछ को 16 साल की उम्र में आते हैं।
किन बातों का रखना चाहिए ध्यान
-अपनी बेटी को सैनिटरी पैड्स अच्छी तरह से लगाने के बारे में बताएं।
-पीरियड्स के दौरान होने वाली परेशानियों के बारे में बताएं।
-अपनी बेटी के खाने-पीने का ध्यान रखें।
-उसे जंक फूड्स का सेवन न करने दें ।
-अपनी बेटी को फीजिकली एक्टिव रहने के लिए कहें।