कुछ लोगों को सुबह के समय उठने के साथ ही छींकें आना शुरू हो जाती हैं. ये छींकें लगातार आती हैं. ये समस्या एलर्जी की वजह से होती है. इसे मेडिकल भाषा में एलर्जिक राइनाइटिस कहते हैं. एलर्जिक राइनाइटिस एलर्जेन के कारण होने वाली बहुत आम समस्या है. इसकी वजह धूल, पालतू जानवर के बाल या गंध, पेंट, स्प्रे, नमी, प्रदूषण आदि हो सकते हैं. कई बार मौसम के प्रभाव से भी ये परेशानी हो सकती है.
दरअसल, हमारी नाक श्वास के साथ प्रवेश करने वाले धूल के कणों व हानिकारक पदार्थ को सीधे शरीर में प्रवेश करने से रोकती है. लेकिन जब ये कण या हानिकारक पदार्थ किसी तरह हमारे शरीर में प्रवेश कर जाते हैं तो शरीर इनके प्रति प्रतिक्रिया करता है, ऐसे में छींक के रूप में वो प्रतिक्रिया सामने आती है. तापमान में उतार-चढ़ाव, अचानक ठंड, सिगरेट के धुएं के संपर्क में आना, इत्र, कोलोन, लकड़ी या कोयले का धुआं आदि इस समस्या को बढ़ाने का काम करते हैं.
छींक के अलावा ये लक्षण भी आ सकते हैं सामने
– खांसी और गले में खराश
– जुकाम महसूस होना
– लगातार सिरदर्द
– आंखों के नीचे काले घेरे
– अत्यधिक थकान
– पित्ती और एक्जिमा आदि.
ये है देसी उपाय
– एलर्जिक राइनाइटिस होने पर हल्का भोजन करें और साधारण नमक की बजाय सेंधा नमक खाएं. गुनगुना पानी पीएं.
– चौथाई चम्मच काली मिर्च पाउडर, आधा चम्मच वाइन रूट पाउडर, डेढ़ चम्मच कसा हुआ अदरक और 10-12 तुलसी के पत्ते, इन सभी चीजों को एक कप पानी में डालकर धीमी आंच पर उबालें. आधा रहने पर इसे पी लें. इसे सुबह और शाम गुनगुना पीने से काफी आराम मिलता है.
– एक कप पानी में आधा चम्मच हल्दी और चुटकी भर सेंधा नमक डालकर पीने से भी काफी आराम मिलता है. हल्दी में मौजूद एंटी एलर्जिक, एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी बैक्टीरियल गुण राइनाइटिस से लड़ने में मदद हो सकते हैं.
– आंवला पाउडर को एक चम्मच शहद के साथ दिन में दो बार लें. इसके अलावा पुदीने की पत्ती की चाय पीएं, इससे काफी राहत मिलेगी.
–एक लीटर पानी को उबालकर इसमें थोड़ा-सा कपूर मिक्स करके 10 से 15 मिनट भाप लें. रोजाना भाप लेने से काफी आराम मिल सकता है.