अगर किसी के मन में कोई इच्छा हो या किसी लक्ष्य की सिद्धि करनी हो तो सोमवार का दिन बेहद ही खास होता हैं। जीवन में कैसी भी रुकावट क्यों ना हो जो आपको आगे नहीं बढ़ने दे रही केवल एकमात्र जाप से उस परेशानी को दूर किया जा सकता है।
कहते है महादेव शिव शंकर को प्रसन्न्न करने के लिए सच्ची आस्था, श्रद्धा और विश्वास से जीता जा सकता है। माना जाता है सृष्टि की उत्पत्ति, स्थिति और संहार के अधिपति भोलेनाथ हैं। देखा जाये इसलिए त्रिदेवों में भगवान शिव संहार के देवता माने गए हैं। श्रद्धानुसार अगर सोमवार के दिन कर लिया शिव मंत्रों का जाप तो मिलेगा शुभ परिणाम-
नीलकंठ को शीघ्र प्रसन्न करने के लिए श्रद्धालु को सोमवार के दिन उत्तर दिशा की तरफ मुंह करके भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए। मान्यता है कि यदि कोई भक्त नियमित रूप से प्रत्येक सोमवार को इस दिशा की ओर मुंह करके शिव मंत्रों जाप करता है तो उसके लिए अत्यंत शुभ होता है और सभी बंधनों से मुक्त होता हैं।
भोलेनाथ का मूल मंत्र
” ऊँ नम: शिवाय “
कष्टों से मुक्ति दिलाये महामृत्युंजय मंत्र
” ऊँ हौं जूं स: ऊँ भुर्भव: स्व: ऊँ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
ऊर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ऊँ भुव: भू: स्व: ऊँ स: जूं हौं ऊँ।। “
आदिदेव शिवशंभु के प्रभावशाली मंत्र-
ओम साधो जातये नम:।।
ओम वाम देवाय नम:।।
ओम अघोराय नम:।।
ओम तत्पुरूषाय नम:।।
ओम ईशानाय नम:।।
ॐ ह्रीं ह्रौं नमः शिवाय।।
शिव गायत्री मंत्र
” ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि
तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥ “