Saturday, November 23, 2024
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लहसुन से लेकर पुदीना तक 6 स्वादिष्ट देसी चटनी और इनके स्वास्थ्य लाभ

भारतीय घरों में चटनी के बिना कोई भी भोजन पूरा नहीं होता है. चटनी सादा हो या भरवां पराठा, डोसा, इडली या यहां तक ​​कि तले हुए चावल के साथ खाने के स्वाद को और बढ़ाती है, खासकर घर की बनी चटनी. चटनी हल्के मसालों और लहसुन, पुदीना जैसी सामग्री के साथ बनाई जाती है. आप घर पर कई तरह की चटनी बना सकते हैं. ये न केवल जल्दी और आसानी से बन जाती है, बल्कि पोषक गुणों से भी भरपूर होती है जो आपको अत्यधिक स्वास्थ्य लाभ प्रदान करती है.

टमाटर की चटनी – ये घरों में लोकप्रिय रूप से बनाई जाने वाली चटनी में से एक है. ये न केवल स्वादिष्ट होती है बल्कि बेहद पौष्टिक भी हैं क्योंकि टमाटर विटामिन सी, बी, ई और पोटैशियम जैसे मिनरल और विटामिन से भरपूर होते हैं. इनमें लाइकोपीन नामक एक बायोएक्टिव गुण भी होता है, जो आपकी कोशिकाओं को नुकसान से बचा सकता है.

लहसुन की चटनी – लहसुन भारत में किसी भी तरह की डिश बनाने की प्रमुख सामग्री में से एक है. अध्ययन के अनुसार, नियमित रूप से लहसुन खाने से हाइ ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, उच्च कोलेस्ट्रॉल और हृदय रोग के जोखिम को भी कम किया जा सकता है. आमतौर पर लोग लहसुन की चटनी बनाने के लिए नारियल, मूंगफली और लाल मिर्च भी मिलाते हैं, जिससे एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा बढ़ जाती है. ये और भी सेहतमंद हो जाती है.

पुदीना-धनिया चटनी – ये इडली, डोसा या यहां तक ​​कि ताजे बने गर्म पराठों के साथ भी परोसी जाती है. पुदीना और धनिया दोनों के पत्ते विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं. स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, इनमें पर्याप्त मात्रा में डायट्री फाइबर भी होता है.

नारियल की चटनी – नारियल की चटनी ताजा नारियल, सूखी लाल मिर्च, धनिया पत्ती और सरसों के बीज का इस्तेमाल करके बनाई जाती है. ये दक्षिण भारत में प्रसिद्ध है लेकिन उत्तर भारत में भी समान रूप से पसंद की जाती है. नारियल फाइबर से भरपूर होता है जो मेटाबॉलिज्म के लिए कारगर होता है. नारियल की चटनी का सेवन पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है. ये पाचन संबंधी समस्या जैसे अपच, दस्त, कब्ज आदि को रोकता है.

कच्चे आम की चटनी – कच्चे आम विटामिन ए, सी और ई में समृद्ध होते हैं. ये मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट से भी भरपूर होते हैं. ये कच्चा फल बहुत ही पौष्टिक होता है. नियासिन की मौजूदगी कच्चे आम को हृदय के लिए भी सेहतमंद बनाती है. इस चटनी में सफेद चीनी न डालें और इसके बजाय मिठास के लिए गुड़ या ब्राउन शुगर का इस्तेमाल करें.

इमली की चटनी – इमली में विटामिन बी1, बी2, बी3 और बी5 के साथ-साथ मैग्नीशियम, पोटैशियम, आयरन, कैल्शियम और फास्फोरस जैसे मिनरल बहुत अधिक मात्रा में होते हैं. इमली फ्लेवोनोइड्स से भी भरपूर होती है. ये स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद है.

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