गुजरे जमाने की अभिनेत्री और करीना कपूर की मां बबीता का जन्म 20 अप्रैल 1947 को कराची (अब पाकिस्तान) में हुआ। उनका पूरा नाम बबीता हरि शिवदासानी है। फिल्मी परिवार से ताल्लुक रखने वालीं बबीता के पिता हरि शिवदासानी एक अभिनेता थे।
फिल्मी करियर
बबीता ने अपने करियर की शुरुआत 1966 में रिलीज हुई फिल्म ‘दस लाख’ से की। हालांकि उन्हें 1967 में आई फिल्म ‘राज’ से पहचान मिली। इसमें उनके साथ सुपरस्टार राजेश खन्ना थे। बबीता ने अपने करियर में ‘हसीना मान जाएगी’, ‘तुमसे अच्छा कौन’, ‘अनजाना’, ‘पहचान’, ‘कल आज और कल’, ‘बिखरे मोती’, ‘जीत’ और ‘एक हसीना दो दीवाने’ सहित अन्य फिल्में कीं।
अपने दम पर बेटियों को आगे बढ़ाया
बबीता ने छह नवंबर 1971 को रणधीर कपूर से शादी की। शादी के बाद बबीता ने फिल्मी दुनिया से दूरी बना ली। उनकी दो बेटियां करिश्मा कपूर और करीना कपूर हुईं। ऐसा माना जाता है पहले कपूर खानदान में लड़कियों को फिल्मों में काम करने की इजाजत नहीं थी लेकिन बबीता ही थीं जिन्होंने अपनी दोनों बेटियों को फिल्मी दुनिया में लाईं।
शादी के कुछ साल बाद ही हुए अलग
बबीता और रणधीर की लव मैरिज थी लेकिन वो 1988 में अलग हो गए। हालांकि उन्होंने तलाक नहीं लिया। दोनों के बीच अच्छी दोस्ती है और परिवार के खास मौकों पर वो उपस्थित रहते हैं। हिन्दुस्तान टाइम्स के साथ एक इंटरव्यू में रणधीर कपूर ने अपनी निजी जिंदगी को लेकर कई खुलासे किए थे। रणधीर ने कहा कि ‘वो मेरी जिंदगी का अहम हिस्सा है। उसने मुझे दो प्यारे बच्चे दिए। हम जिम्मेदार व्यक्ति के रूप में बड़े हुए और हमने फैसला लिया कि हम अलग रहेंगे। हम कोई दुश्मन नहीं हैं।‘ रणधीर ये भी बताते हैं कि उनके बीच में कुछ बदला नहीं है।
रणधीर के शराब पीने से थीं परेशान
रणधीर ने ही खुलासा किया था कि बबीता उनके शराब पीने की आदत से परेशान हो गई थीं। वो उन्हें पीने से मना करती रहती थीं जिसकी वजह से दोनों के बीच दूरियां बढ़ती चली गईं। रणधीर कहते हैं कि ‘उसे लगा कि मैं एक भयानक आदमी हूं जो बहुत ज्यादा पीता था और घर पर देर से आता था। यह कुछ ऐसा था जो वह पसंद नहीं करती थी। वो इस तरह नहीं जीना चाहती थी। मैं उस तरह से रहना नहीं चाहता था जैसा वो चाहती थी। उसने मुझे उस तरह स्वीकार नहीं किया जैसा मैं हूं। जबकि हमारी लव मैरिज थी। लेकिन ठीक है। हमारे दो प्यारे बच्चे हैं। उसने उनकी बेहतरीन तरीके से परवरिश की और अब वो अपने करियर में बेस्ट हैं। एक पिता के रूप में और क्या चाहिए।‘
तलाक के बारे में रणधीर कहते हैं कि ‘किसलिए तलाक? हमें क्यों तलाक लेना चाहिए? ना तो मैं दोबारा शादी करना चाहता था और ना ही वो।‘