भारत में खाने और खिलाने का चलन हर राज्य में है भारत के पकवानों की बात करें तो उनका नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है। दक्षिण भारत की बात करें या उत्तरी भारत की हर किसी का अपना ही अंदाज और अपना ही एक अनोखा स्वाद है। यदि हम दक्षिणी खाने की बात करें तो यहां का भोजन या पकवान बहुत ही सादा स्वादिष्ट और मजेदार होते हैं यहां के पकवानों के नाम सुनते ही आपका मन करेगा कि जल्दी से इन्हें बनाकर खा लें या कहीं से इन्हें मंगा लें।
इसलिए आज हम दक्षिण भारत के कुछ ऐसे आसान पकवानों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें आप घर पर रहकर बहुत ही आसानी से बना सकते हैं और इन सभी पकवानों का स्वाद ले सकते हैं। भाप में पकी इडली, डोसा, उत्तपम अलग-अलग स्वाद के रसम सांभर अनगिनत चटनी चावल इत्यादि। ऐसे व्यंजनों से दक्षिण भारत भरा पड़ा है हम आपको जो व्यंजन बताने जा रहे हैं वह दक्षिण भारत या पूरे भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी बहुत प्रचलित हैं।
मोरिंगा और नारियल की सब्जी
मोरिंगा के पत्ते गुणों का खजाना है मोरिंगा जिसे सहजन के नाम से भी जाना जाता है सबसे पहले मोरिंगा के पत्तों से डंठल हटा दें इन्हें अच्छी तरह से धोकर एक चलने के ऊपर रख दे ताकि इनके अंदर का सारा पानी निकल जाए। एक कढ़ाई में घी गर्म करें उसके अंदर राई डालें और उसके बाद खड़ी लाल मिर्च उड़द की दाल काजू के टुकड़े डालकर उसे हल्का सुनहरा होने तक भूने।
सारी सामग्री अच्छी तरह से बोलने के बाद कढ़ाई के अंदर मोरिंगा के पत्ते डालें और अच्छी तरह से उसके अंदर मिला ले करीब 2 मिनट तक मोरिंगा के पत्तों को हल्की आंच पर पकने दें। जब पत्ते अच्छी तरह से पक जाए तो उसके अंदर स्वाद अनुसार नमक डालें इसके बाद से घिसा हुआ नारियल डालें इसे अच्छी तरह से मोरिंगा के पत्तों के साथ मिलाएं और फिर ढक्कन लगाकर 2 मिनट तक पकाएं। सब्जी के अंदर स्वाद अनुसार लाल मिर्च मिलाएं आमचूर मिलाएं और अब आपके सब्ज़ी से तैयार है।
सूजी की पोड़ी इडली
पौड़ी इटली दक्षिण भारत का बहुत ही प्रसिद्ध नाश्ता है यह भाप में बनाया जाता है भाप में बनी ताज़ा इडली की पोड़ी और शुद्ध घी के साथ भुना जाता है। सबसे पहले एक बर्तन सूजी, नामक और दही लें और सामग्री को अच्छी तरह से डालकर उसे मिला ले उसके बाद इस मिशन को करीब 10 मिनट तक अलग बर्तन में रख दें इडली बनाने वाले बर्तनों में हल्का सा तेल लगा कर रख दें 10 मिनट बाद सूजी दही सोख लेगी उसके बाद इसको दोबारा से अच्छी तरह से फैट ले। उसके बाद सोने के अंदर कटे हुए काजू डालें साथ ही कुकर में एक कप पानी उबलने के लिए रख दें।
सूजी के अंदर एक चम्मच तेल डालकर उसे अच्छी तरह से मिला ले सूजी के अंदर इनो डालें और उसके अंदर एक कप पानी डालें और इस मिश्रण को अच्छी तरह से मिला लें सूजी के बने हुए खोल को इडली स्टैंड के हर सांचे में डालें इडली स्टैंड को प्रेशर कुकर में रख कर कुकर का ढक्कन की सीटी निकाल दे और अब तेज आंच पर इडली को भागते पकने दें लगभग 8 मिनट के अंदर से पक जाएगी इसके बाद गैस बंद कर दें और इडली स्टैंड निकालकर उसमें से एक-एक करके इडली अपने अलग बर्तन में रख दें।
माल्गापोड़ी
सबसे पहले एक कढ़ाई लें और उसे गर्म कर ले उसके बाद उसके अंदर चना की दाल डालकर उसे अच्छी तरह से भून ले। चना दाल भूलने के बाद उसके अंदर उड़द की दाल भी डालें और दोनों को अच्छी तरह से तेज आंच पर भूनें के लिए रख दे। जब दोनों डाले अच्छी तरह से गुम जाए तो उसके अंदर तिल डालकर उसे भी कम से कम 1 मिनट तक भूनें। भूले हुए सामग्री को निकालकर अलग से एक प्लेट में रख दें ताकि वह अच्छी तरह से ठंडी हो जाए। थोड़ी सी कश्मीरी लाल मिर्च लेकर उसे हल्का सा भून लें इतनी बात आप गैस बंद कर दें और सभी सामग्री को ठंडा होने के लिए रख दें।
अब तक आपने जितने भी सामग्री को भूलना है उन सभी को मिक्सी में डालकर अच्छी तरह से पीस लें। साथी ध्यान रखने की सामग्री को बिल्कुल पाउडर नहीं बनाना है उनको हल्का दरदरा ही पीसे। इसके बाद अपने स्वाद अनुसार इसके अंदर नमक और ही मिलाएं। आपकी माल्गापोड़ी तैयार है आप इसे किसी भी कंटेनर में रख सकते हैं यह 2 महीने तक बिल्कुल भी खराब नहीं होती। इसका स्वाद बढ़ाने के लिए आप इसके अंदर घी डालकर भी खा सकते हैं। साथ ही आप इसको इडली के साथ भी खा सकते हैं।
चीज़ डोसा
डोसे के घोल में स्वाद अनुसार नमक मिलाएं साथ ही नॉनस्टिक तवे को मध्य आंच में अच्छी तरह से गर्म कर लें। जब दवा अच्छी तरह से गर्म हो जाए तो उसे एक बार एक गीले कपड़े से पोंछ दें। उसके बाद डोसे के घोल को करीबन 5 इंच तक तवे पर फैलाएं जब डोसा एक तरफ से हल्का लाल पड़ जाए फिर उसे चमचे से किनारे पर तेल लगाएं और आहिस्ता से निकालना शुरू करें। तवे से डोसा उतारने के बाद उसे एक प्लेट में रखने उसके बाद आधे टूटे पर करीबन एक कप घिसा हुआ चीज़ डालें।
जब डोसे पर चीज़ पिघलना शुरू कर दे तो आराम से प्लैन साइड का डोसा चीज़ वाले डोसे के हिस्से पर पलट दें। उसके बाद डोसे को तवे पर दोबारा से हल्का सा सेक लें। आपका चीज डोसा तैयार है आप इसे नारियल की चटनी या टमैटो सॉस के साथ खा सकते हैं।
इमली के चावल
सबसे पहले अच्छे बासमती चावल को उबाल लें साथ ही ध्यान रखें कि आप इन चावलों का इस्तेमाल तभी करें जब यह पूरी तरह से ठंडे हो जाए इमली के चावल बनाने के लिए हमको चावल बिल्कुल खिले हुए चाहिए इसीलिए ध्यान रखें कि आपके चावल अलग-अलग एक-एक दाना करके हो।
इमली को करीबन 15 मिनट तक अच्छी तरह से गुनगुने पानी में भिगो दें साथ ही बारीक अदरक काट लें। जब इमली अच्छी तरह से भीग जाए तो उसमें से उसकी गुठली और रे से निकालकर उसका गूदा अलग बर्तन में छान लें। एक कढ़ाई में मध्यम आंच पर तेल गरम करें और उसके अंदर राई डालें। जब राइस चटकने लगे तो उसके अंदर हींग, लाल मिर्च ,करी पत्ता डालें और उसे थोड़ी देर तक भुनने दे।
जब यह सारी सामग्री भून जाए तो उसके अंदर मूंगफली डालें करीब 2 मिनट तक मूंगफली को भूने जब मूंगफली अच्छी तरह से भून जाए तो उसके अंदर चना दाल डालें और उसे कुछ सेकंड के लिए भुनने दे उसके तुरंत बाद ही कढ़ाई के अंदर उड़द दाल भी डालें और इसे हल्का गुलाबी होने तक भुनने दें। इसके बाद कढ़ाई के अंदर सफेद तिल कटा हुआ बारिक अदरक डाले और कुछ देर तक सभी सामग्री को अच्छी तरह से भुनने दें।
जब यह सब अच्छी तरह से भून जाए तो इसके अंदर लाल मिर्च पाउडर डालें साथ ही इमली का पल्प भी कढ़ाई के अंदर डालें सभी सामग्री को अच्छी तरह से मिलाए और कुछ देर तक धीमी आंच पर पकने दें। इस मिशन के अंदर उबले हुए चावल और स्वाद अनुसार नमक डालें। कढ़ाई में चावल डालकर लगभग 1 से 2 मिनट तक पकाएं और उसके बाद गैस बंद कर दें। तो अब आपके इमली के चावल तैयार है।
दही चावल
दही चावल दक्षिण भारत में सबसे लोकप्रिय डिश है इसे आप बहुत ही आसानी से कम समय में बना सकते हैं। इसको बनाने के लिए आप को मुख्य रूप से दही एवं चावल की आवश्यकता पड़ेगी सबसे पहले आप हरी मिर्च के सभी डंठलो को निकाल दे और हरी मिर्च को बारीक काट लें हरी मिर्च के साथ-साथ आप अदरक को भी बारीक काट कर एक कटोरी में रख लें। इसके बाद उबले हुए चावलों को अच्छी तरह से मसल लें साथियाम आपको बता दें कि दही चावल बनाने के लिए ज्यादा गले हुए चावल अच्छे होते हैं।
अब दही को अच्छी तरह से फेट ले और उसके अंदर एक कप दूध मिला दे। अब दही के अंदर चावल मिलाएं उसके अंदर कटी हुई हरी मिर्च कटा हुआ बारिक अदरक और नमक स्वाद अनुसार डालें और सभी मिश्रण को अच्छी तरह से मिला ले अगर दही चावल बहुत ज्यादा सूखे हो तो उनके अंदर आप हल्का सा पानी मिला सकते हैं। दही चावल के मिश्रण को करीब 10 मिनट तक इसी तरह रखा छोड़ दें।
इसके बाद एक कढ़ाई में तेल डालकर उसे गर्म कर ले जब घी अच्छी तरह से गर्म हो जाए तो उसके अंदर राई डालते हैं और जब राई चटकने लग जाए तो उसके अंदर करी पत्ता डालें कुछ देर तक इसे भुनने दे और उसके बाद इसके अंदर मूंगफली डालें और मूंगफली को हल्का सुनहरा होने तक भूनें। जब मूंगफली अच्छी तरह से भून जाए तो उसके अंदर दही और चावल का बना हुआ मिश्रण डालें और सभी सामग्री को अच्छी तरह से मिलाएं। अब आपके दही चावल तैयार है।