Saturday, November 23, 2024
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चाय प्रेमी हैं तो जानिये चाय का पूरा इतिहास और चाय की किस्में

भारत विश्व में कई चीजों के उत्पादन का गुरु माना जाता है। चाहे हम योग की बात करें या अन्य किसी और संसस्कृति की सभी का जन्म दाता भारत रहा है। वैसे तो भारत दुनिया में अपनी कला संस्कृति के लिए जाना जाता है। लेकिन भारत की कला ही नहीं बल्कि यहाँ का खाना-पीना, रहन- सहन पूरी दुनिया भर में प्रसिद्ध है। उन्ही प्रसिद्ध चीजो में से एक है भारत में निर्मित होने वाली चाय जिसका विश्व भर में पीने का चलन हैं। भारत के साथ-साथ विश्व के अन्य देशों में भी चाय बहुत ही लोकप्रिय है। कहते हैं एक दिन जब चीन के सम्राट भारत आये थे और वह एक बग़ीचे में बैठे थे तभी उनके गरम प्याले में एक पत्ती आके गिर गयी उन्होने देखा कि उस पत्ती के कारण पानी का रंग बदल गया और जब सम्राट ने उसका सेवन किया तो उसका स्वाद बहुत ही अच्छा लगा। कुछ इस तरह से चाय का प्रचलन हर जगह होने लगा।

भारत में सर्वप्रथम चाय का प्रचलन अंग्रेजों ने किया था। उनके शासनकाल में ही चाय का बहुत उपयोग किया जाता था। पुराने समय से ही चाय बहुत ही लोकप्रिय पेय है। यह चाय के पौधों की पत्तियों से बनती हैं। इसका मुख्य उत्पादन भारत के असम राज्य में होता है। असम में चाय के बहुत ही बड़े-बड़े बाग हैं। साथ ही हम आपको बता दें कि चाय एक महत्त्वपूर्ण पेय पदार्थ है और इसे संसार मे ज्यादातर लोग पीते हैं। चाय नई पत्तियो द्वारा बनाई जाती है। चाय की ताज़ी पत्तियों में टैनिन की मात्रा 25.1% पायी जाती है, जबकि संसाधित पत्तियों में टैनिन की मात्रा 13.3% तक होती है। चाय को बोने का सबसे उत्तम समय अक्टूबर और नवंबर होता है लेकिन खास बात यह है कि चाय की पत्तियों को चुनने का मौसम वर्ष में तीन से चार बार आता है। चाय के लिए कम से कम बारिश 125 से 150 cm में होनी चाहिए। साथ ही तापमान 21°C से 27°C तक उपयुक्त होना चाहिए। भारत में चाय के उत्पादन के कई अन्य राज्य भी हैं, जैसे पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल। इन सभी राज्यों में चाय बहुत ही अच्छी मात्रा में होती है। विश्व में चाय के उत्पादन में भारत का पहला स्थान है। लेकिन भारत में चाय से लोगो को अलग ही तरह का प्यार है, यहाँ लोगो को चाय की चुस्की लगाने का बस बहाना चहिए। एक नज़ारा देश में हर जगह होता है कि जहाँ चार दोस्त मिल गए या परिवार में कोई मेहमान आ गया। सबसे पहले उनके आगे चाय की प्याली आ जाती है और चाय में भी लोग अपने अलग-अलग स्वाद ढूढ़ते हैं। किसी को अदरक की चाय पसन्द है तो किसी को फिट रहने के लिए ग्रीन टी की चुस्की लगानी होती है। आज हम आपको चाय के पारंपरिक स्वाद के अलावा और भी ऐसी चाय के बारे में बताएंगे जिन्हें आप घर मैं बैठ कर पी सकते हैं और नए स्वाद का मज़ा उठा सकते हैं।

 

ब्लैक टी:- इस चाय को बिना दूध डाले बनाया जाता है और अक्सर लोग इसका सेवन वज़न घटाने में करते है। इस चाय के अंदर न दूध मिलाते है,और ना चीनी।

 

पुदीना टी:- यह चाय पुदीना के पत्तों से बनाई जाती है। इसे बनाने के लिए सबसे पहले पुदीना की पत्तियों को पानी उबाल कर तैयार करना होता है। और इस चाय में स्वाद के लिए शहद का इस्तेमाल करते है। यह चाय पाचनक्रिया को ठीक करने में बहुत लाभदायक है। और स्वाद में अन्य चाय से हटकर है।

 

रास्पबेरी टी:- यह चाय तो गुड़ का भंडार है,ज्यादार यह चाय गर्भवती महिला को पिलाई जाती है, क्योंकि यह हर्बल चाय है। जिसमें औषधियों के गुण हैं। यह सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद है।

 

रोज़ टी:- त्वचा को सॉफ्ट रखने के लिए इस चाय का अवश्य सेवन करना चहिए, और इस चाय का रोज सेवन करने से शरीर बिल्कुल गुलाब की पंखुडियों की तरह मुलायम और सुंदर हो जाता है। कैमोमाइल टी, एस्ट्रैसी पौधे की पत्तियों को सुखा कर बनाते हैं। जो आम चाय की तरह सामान्य नहीं है। लेकिन सेहत के लिए लाभदायक है।
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