सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ के तीरंदाज भी राष्ट्रीय स्तर पर शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। सीबीएसई नेशनल में रिकार्ड बनाने वाली तनिष्का सरीन, ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी में गोल्ड मेडल जीतने वाले अनिल कुमार, नवीन कुमार और अंशुल ऐसे तीरंदाज हैं जोकि पिछले कुछ सालों से हर बड़े टूर्नामेंट में मेडल जीत रहे हैं।
सेक्रेड हार्ट स्कूल -26 में नौवीं कक्षा में पढ़ने वाली तनिष्का सरीन ने साल -2019 सीबीएसई नेशनल गेम्स के अंडर -14 में खेलते हुए इंडियन राउंड प्रतियोगिता में 684 स्कोर कर नया रिकार्ड बनाया। इससे पहले किसी भी खिलाड़ी ने किसी भी कैटेगरी में इतना अच्छा स्कोर नहीं किया था। उन्होंने इस प्रतियोगिता में चार गोल्ड मेडल जीते, जिस वजह से उन्हें बेस्ट खिलाड़ी का अवार्ड दिया गया। साल 2017 में उन्हें यूटी प्रशासन की तरफ से स्टेट अवार्ड से भी सम्मानित किया गया था।
उपलब्धियां
- साल 2016 नेशनल जूनियर आर्चरी चैंपिनयशिप में गोल्ड मेडल जीता।
- साल 2018 सीबीएसइ इंटर जोन -2 आर्चरी टूर्नामेंट में तीन सिल्वर मेडल जीते।
- साल 2018 इंटर स्कूल आर्चरी टूर्नामेंट में तीन गोल्ड मेडल जीते।
- साल 2018 सीबीएसइ नेशनल आर्चरी टूर्नामेंट में तीन गोल्ड और दो सिल्वर मेडल जीते।
- साल 2019 इंटर स्कूल टूर्नामेंट में चार गोल्ड मेडल जीते।
- साल 2019 सीबीएसइ इंटर जोन टूर्नामेंट में तीन गोल्ड मेडल जीते।
- साल 2019 सीबीएसइ नेशनल आर्चरी टूर्नामेंट में चार गोल्ड मेडल जीते।
अनिल कुमार से भी देश को उम्मीदें
डीएवी -10 कॉलेज में सेकेंड एयर में पढ़ने वाले अनिल कुमार बेहतरीन तीरंदाज हैं। कैंपवाला में रहने वाले अनिल ने बताया कि वह पिछले सात सालों से आर्चरी कर रहे हैं। उन्होंने सबसे पहले साल 2014 चंडीगढ़ स्टेट आर्चरी में दो गोल्ड मेडल जीते थे, इसके बाद से वह नियमित रूप से मेडल जीतते आ रहे हैं। इसके अलावा वह चंडीगढ़ की तरफ से जूनियर नेशनल व सीनियर नेशनल में भी चंडीगढ़ का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
उपलब्धियां
- साल 2019 में ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी में गोल्ड मेडल जीता।
- साल 2019 में इंटर कॉलेज आर्चरी टूर्नामेंट में तीन गोल्ड मेडल जीते।
- साल 2017 में स्कूल नेशनल गेम्स में चंडीगढ़ का प्रतिनिधित्व किया।
- साल 2018 में सीनियर नेशनल टीम में चंडीगढ़ का प्रतिनिधित्व किया।
पिता का सपना पूरा करना चाहते हैं नवीन
तीरंदाज नवीन भी काफी बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं। चंडीगढ़ के कृष्णगढ़ में रहने वाले नवीन ने इसी साल डीएवी कॉलेज -10 से ग्रुजेशन की है और वह अब बीपीएड करेंगे। नवीन ने बताया कि वह पिछले पांच सालों से आर्चरी कर रहे हैं। उनका चयन खेलो इंडिया कैंप के लिए भी हो गया था, लेकिन कुछ रूल्स बदलने के बाद उन्हें बाद में कैंप में जगह नहीं मिली थी। नवीन बताते हैं कि उनके पिता मनु राम उन्हें राष्ट्रीय स्तर का तीरंदाज बनाना चाहते हैं, उनके सपने को पूरा करने के लिए वह दिन रात मेहनत कर रहे हैं।
उपलब्धियां
- 2018 में ओपन स्टेट आर्चरी टूर्नामेंट में चार गोल्ड मेडल जीते।
- 2018 में इंटर कॉलेज टूर्नामेंट में एक सिल्वर और ब्रांज मेडल जीता।
- 2019 में इंटर कॉलेज आर्चरी टूर्नामेंट में तीन गोल्ड मेडल जीते।
- 2019 में वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स के लिए संभावित खिलाड़ियों में शामिल।
अंशुल बोले- आर्चरी में ही बनाना है करियर
डीएवी कॉलेज -10 में सेकेंड एयर के छात्र अंशुल भी उभरते हुए तीरंदाज हैं। वह मूल रूप में हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी के रहने वाले हैं। अंशुल बताते हैं उन्होंने आर्चरी में करियर बनाने के लिए ही खासतौर पर चंडीगढ़ में एडमिशन लिया था। उन्हें अभी आर्चरी करते हुए चार वर्ष हुए हैं, बावजूद इसके वह तीन दो बार जूनियर व सीनियर नेशनल टूर्नामेंट में चडीगढ़ का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। अंशुल अभी लेक क्लब स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में प्रेक्टिस करते हैं।
उपलब्धियां
- 2018 में इंटर स्टेट आर्चरी टूर्नामेंट में तीन गोल्ड मेडल जीते।
- 2019 में इंटर कॉलेज टूर्नामेंट में गोल्ड मेडल जीता।
- 2020 में जूनियर नेशनल और सीनियर नेशनल में चडीगढ़ प्रतिनिधित्व किया।
- 20121 में जूनियर नेशनल में चंडीगढ़ का प्रतिनिधित्व किया।