Saturday, November 23, 2024
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इन राज्यों में है ट्रेवलिंग का प्लान, तो लेना न भूलें फूड एक्सपीरियेंस

फैमिली हॉलिडे पर भारत भ्रमण की प्लानिंग कर रहे हैं तो आप ज़रूर चाहेंगे कि जहां भी ट्रेवल करे जा रहे हैं, वहां के फेमस फूड का स्वाद लें। हर राज्य के अपने लोकप्रिय फूड हैं जिनका स्वाद लेना नहीं भूलना चाहिए। जब आप भारत में ट्रेवल करते हैं, तो आप स्टैंडर्ड मेनू की अपेक्षा नहीं कर सकते हैं। इस विशाल देश में 29 राज्य हैं और प्रत्येक की अपनी भौगोलिक स्थिति और परंपराएं हैं। किसी भी दिशा में आप जाएं तो 100 मील की दूरी पर धर्म, भाषा और पाक कला संबंधी रीति-रिवाज बिल्कुल अलग होंगे। फूड से जुड़े अनुभव लैंडस्केप और क्लाइमेट के आधार पर अलग होते हैं। इसमें एतिहासिक इमिग्रेशन पैटर्न, मसाले, व्यापार से जुड़े लिंक, शासकों और धर्मों का उल्लेख करने की ज़रूरत नहीं है।

नार्थ डेस्टिनेशन में, आपको फ्लैटब्रेड और तंदूर ग्रील्ड कबाब मिल सकते हैं, जबकि साउथ इंडियन स्वीट कोकोनट फिश करी और चावल का भोजन करते हैं। उत्तर से दक्षिण, पूर्व से पश्चिम, आप भारत के किसी भी राज्य में चले जाएं, प्रत्येक क्षेत्र के पारंपरिक व्यंजनों के बारे में पहले से पता हो तो आपके ट्रेवलिंग का मजा दोगुना हो जाएगा। ये फूड एक्सपीरियेंस यादगार रहेंगे।

भारत के उत्तरी क्षेत्र में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख और चंडीगढ़ शामिल हैं। अगर आप नार्थ इंडिया की यात्रा कर रहे हैं, तो अमृतसरी छोले भटूरे, कश्मीरी रोगन जोश, राजस्थानी दाल-बाटी चूरमा और दिल्ली की चाट कुछ ऐसे स्वादिष्ट व्यंजन हैं जो नॉर्थ इंडियन क्विज़ीन में लोकप्रिय हैं। सब्जियों, फलों, अनाजों और मसालों की प्रचुर उपलब्धता क्विज़ीन को वाइब्रेंट और कलरफुल बनाती है।

भारत के अन्य व्यंजनों की तुलना में, नॉर्थ इंडियन क्विज़ीन ज्यादा समृद्ध है, जहां शुद्ध देसी घी या ताजी क्रीम में तैयारी की जाती है। विश्व प्रसिद्ध बटर चिकन तो यहां का सबसे प्रसिद्ध फूड है। वहीं कुछ सिम्पल और कंफर्ट फूड दाल-तड़का और राजमा भी लोगों के दिलों में खास जगह रखता है। उत्तर भारतीयों को भी डेयरी पसंद है, जो स्पष्ट रूप से कोई भी पारंपरिक भोजन छाछ, लस्सी, पनीर के दूध से बने डेसर्ट जैसे खीर, कुल्फी के बिना नहीं परोसा जाता है। यहां गर्मा-गर्म मालपुआ को रबड़ी, मक्खन मलाई, केसर के स्वाद वाली फिरनी, बर्फी का भी स्वाद ले सकते हैं।

फिर हर बदलते मौसम के साथ नए लोकल प्रोडक्ट बाजार में आते हैं, मक्की की रोटी के साथ सरसो का साग, चौलाई की साग, काली गाजर से बने कांजी, अरबी की सब्जी, गाजर का हलवा और अन्य का आनंद ले सकता है।

नॉर्थ इंडिया ट्रेवल करते समय न भूलें इन डिशेज़ का स्वाद लेना:

पंजाब और चंडीगढ़ – बटर चिकन, सरसों का साग और मक्की की रोटी, कुल्चे छोले, लस्सी, दाल मखानी, अमृतसरी छोले भटूरे, अमृतसरी फिश, राजमा-चावल, पिन्नी

हरियाणा – मिक्स्ड दाल, काचरी की सब्जी, सांगरी की सब्जी, बेसन मसाला रोटी-मक्खन

उत्तराखंड – चैनसू, दुबुक, अरसा, कौफुली, भांग की चटनी, कुमाउनी रायता, सिंगोरी

हिमाचल प्रदेश – मद्रा, छा गोश्त, सिड्डू, बबरू, धाम थाली

राजस्थान – दाल बाटी चूरमा, लाल मांस, मावा कचौरी, प्याज की कचौरी, मोहन थाल, बाजरा की राब, घेवर, केर सांगरी

उत्तर प्रदेश – भरवां चिकन पसंदा, मटन कोफ्ता, काकोरी कबाब, आलू रस्सेदार, बेदमी, बैंगन की लोंजे, कीमा दम

दिल्ली – बटर चिकन, कबाब, चाट, छोले भटूरे, बिरयानी, रोल्स, मोमोज़, निहारी

जम्मू-कश्मीर – रोगन गोश, दम आलू, कश्मीरी राजमा, तेहरी, तबक माज, खट्टा मीट, कचालू चाट

लद्दाख – थुक्पा, बटर टी, मोमोज़, स्कायु, टिंगमो

साउथ इंडिया में आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु और तेलंगाना राज्यों के साथ-साथ अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप और पुदुचेरी के केंद्र शासित प्रदेश शामिल हैं। इनके पकवानों दालें, सूखी मिर्च, नारियल, इमली, अदरक का स्वाद आता है। ये सभी सामग्री उष्णकटिबंधीय जलवायु में आसानी से बढ़ती हैं। दक्षिण भारत के फूड्स ने दुनिया भर में लोकप्रियता पाई है, विशेष रूप से स्वादिष्ट व्यंजन जैसे डोसा, वड़ा, इडली, उत्तपम जो कि आमतौर पर नारियल की चटनी और सांभर के साथ परोसी जाती है। इसके अलावा चिकन चेट्टीनाड, मटन पेपर फ्राई और अप्पम जरूर ट्राय करें।

इस क्षेत्र को लौंग, इलायची, दालचीनी, जायफल और काली मिर्च जैसे उच्च गुणवत्ता वाले मसालों के विभिन्न प्रकार के लिए जाना जाता है। लेकिन मसाले का स्तर और खाना पकाने की विधि प्रत्येक राज्य से अलग होती है। बहुत ही स्वस्थ माना जाने वाला साउथ इंडियन फूड विशिष्ट जड़ी बूटियों और सामग्रियों को शामिल करता है।

दक्षिण-पूर्व एशियाई व्यापारियों और बाद में, ब्रिटिश और फ्रांसीसी उपनिवेशवादियों से प्रभावित होकर, चेन्नई के फूड में स्पंजी राइस केक, सांभर, डोसा, नारियल की चटनी, मटन पल्लिपालयम और बहुत सारे चावल शामिल हैं। आपको केरल में कोझिकोड की यात्रा का भी सुझाव दिया जाता है, जो अपने मालाबार पराठे, चट्टी पाथिरी और प्रसिद्ध पज़म पोरी के लिए जाना जाता है। पुदुचेरी फ्यूजन फूड के लिए फेमस है, जबकि तमिलनाडु में मदुरै लैम्ब डिशेज़ देता है। आंध्र प्रदेश अपने गर्म और मसालेदार भोजन के लिए जाना जाता है और दूसरी तरफ पुदुचेरी और केरल अपने भोजन में बहुत कम मसाले शामिल करते हैं।

साउथ इंडिया ट्रेवल करते समय न भूलें इन डिशेज़ का स्वाद लेना:

केरल – इडियाप्पम और करी, अप्पम और इश्तु, पुट्टू विद कडाला करी, केरला प्रॉन्स करी, इडली सांभर, करीमीन पोलीचाथु

कर्नाटक – बिसी बेले बाथ, डोसा, मैसूर पाक, थट्टे इडली, पुरी उंडे, मैंगलोर बाजीजी

तमिलनाडु – रसम, चिकन चेट्टीनाड, मटनरोला उरुंदई

तेलंगाना – सर्वा पिंडी, पाची पुलुसू, हैदराबादी बिरयानी,

अंडमान और निकोबार – फिश करी, चिली करी, कोकोनट प्रॉन करी

लक्षद्वीप – फिश पकौड़ा, ऑक्टोपस फ्राय, मुस कबाब

पुदुचेरी – क्रेब मसाला फ्राय, मटन समोसा, मटन रोल्स

आंध्रप्रदेश – पुलिहोरा, चेपा पुलुसू, कर्ड राइस, मेदु वडा, आंध्रा एगप्लांट करी, गोन्गुरा मटन

पश्चिमी भारत यानी वेस्टर्न इंडिया का क्विज़ीन विविध है। गुजरात का सूरत शहर फूड के लिए विश्वभर में जाना जाता है। मकई, दाल, चीनी, छाछ और बेसन गुजराती व्यंजनों का अनिवार्य हिस्सा हैं। स्पंजी ढोकला और तली हुई और कुरकुरी फाफड़ा से लेकर थेपला तक, गुजराती फूड अलग ही स्वाद देता है।

महाराष्ट्रीयन व्यंजन भी विविध हैं जिसमें पोहे, श्रीखंड, पावभाजी, वड़ा पाव महाराष्ट्रीयन व्यंजनों के अच्छे उदाहरण हैं। चावल, नारियल, सीफूड, कोकम, काजू के इस्तेमाल से गोअन क्विज़ीन है। अपने विशिष्ट मसालों और नारियल तेल में खाना पकाने के कारण दोनों शाकाहारी और साथ ही मांसाहारी व्यंजन समान रूप से लोकप्रिय हैं। गुजराती व्यंजन लगभग विशेष रूप से शाकाहारी हैं। महाराष्ट्र राज्य पश्चिमी भारत के एक बड़े हिस्से को कवर करता है। मुंबई के वड़ा पाव और बॉम्बे डक से लेकर मोदक और पुणे के झुणका भाखरी तक, आपके पास चुनने के लिए काफी ऑप्शन होंगे। मालवणी व्यंजन महाराष्ट्र के बड़े हिस्से में भी प्रचलित है जो बहुत सारे सूखे नारियल का इस्तेमाल करते हैं। पार्टी डेस्टिनेशन गोवा सीफूड के लिए फेमस है। चूंकि 1960 के दशक तक यह एक पुर्तगाली उपनिवेश था, इसलिए गोवा के व्यंजनों के स्वाद के इसका भारी प्रभाव है। उष्णकटिबंधीय जलवायु के साथ, गोअन व्यंजन नारियल के दूध और चावल के साथ तेज मसाले और फ्लेवर का इस्तेमाल करते हैं। यह कोंकणी फूड से काफी प्रभावित है जो मुख्य रूप से नॉन-वेजिटेरियन और मसालेदार है।

देश के पश्चिमी राज्यों में लें इन डिशेज़ का स्वाद

गुजराती – खांडवी, ढोकला, हांडवी, फाफड़ा, आम श्रीखंड, गुजराती कढ़ी, बारदोली की खिचड़ी, दाल ढोकली

गोवा – पोर्क विंडालू, गोअन फिश करी, चिकन जाकुटी, पोर्क सॉसेजेस, क्रैब, प्रॉन बालचो, बेंबिका

महाराष्ट्र – पावभाजी, वड़ा पाव, पुरनपोली, मिसल पाव, रगड़ा पेटिस, थाली पीठ, भारली बांगी, बॉम्बे भेलपूरी

पूर्वी भारत के क्षेत्र में बिहार, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मणिपुर, नागालैंड, मिज़ोरम, त्रिपुरा और असम जैसे राज्य आते हैं। पश्चिम बंगाल और ओडिशा जैसे पूर्वी राज्य एक बड़े पैमाने पर आर्द्र जलवायु, खूब वर्षा, नदियों और झीलों के लिए पहचाना जाता है। स्ट्रीट स्टॉल्स पर जिन फूड को लोग खूब एंजॉय करते हैं, वो है दालम, माछेर झोल, पाखला, सूखे समूर का केक बड़ी चुरा, आलू दम दही वड़ा, लाल मिर्च की चटनी, स्वादिष्ट छेना पोडा मुख्य है। जहां बंगाली फूड सिम्पल लेकिन फ्लेवर से भरे होते हैं, वहीं उड़िया फूड मसालेदार होते हैं।

देश के पूर्वी राज्यों में चखें इन पकवानों का स्वाद

बिहार और झारखंड – लिट्टी चोखा, मालपुआ, दाल पिठा, लबाबदार रोल्स, चिकन कोरमा, मटन कबाब, खाजा, परवल की मिठाई, खीर मखाना

ओडिशा – सागा मोंगा, पाखला भता, दही बैंगना, रसबली, छेना पोडा,

पश्चिम बंगाल – फिश करी, काठी रोल्स, रसगुल्ला, माछेर झोल, शुक्तो, कोशा मांगशो, मिष्टी दोई

असम – डक मीट करी, मासूर टेंगा, आलू पितिका, बैम्बू शूट, घुगनी

अरुणाचल प्रदेश – थुप्का, वुंगवुत नगम

मेघालय, मणिपूर, नागालैंड, मिज़ोरम, त्रिपुरा – जाधो, अलु मुरी, दोह-खलीह, नखम बितची, कोट पिठा, पंच फोरन तड़का

मध्य भारत में दो राज्य आते हैं मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़। भारत के सेंट्रलजोन के क्वीज़िन में स्वीट और सॉल्टी दोनों तरह की डिशेज़ शामिल हैं। देश के इस हिस्से के लोगों के अपनी अलग क्विज़ीन नहीं है, लेकिन अपने पड़ोसी राज्यों के बेस्ट फूड कल्चर इसमें शामिल हैं। मध्य भारत में गुजरात, राजस्थान, ओडिसा, झारखंड, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र और तेलंगाना की सीमाएं भी छूती है। मध्यप्रदेश में इंदौर को फूड डेस्टिनेशन माना जाता हैं। वहीं किसी समय छत्तीसगढ़ जो कि आज एक स्वतंत्र राज्य है, मध्यप्रदेश का बड़ा हिस्सा था।

मध्य प्रदेश – पोहा, जलेबी, दाल-बाफला, सीक कबाब, भुट्टे का किस, भोपाली गोश्त कोरमा, मालपुआ, मावा बाटी, चक्की की शाक, इंदौरी नमकीन, साबुदाना खिचड़ी

छत्तीसगढ़ – डुबकी कढ़ी, चीला, छत्तीसगढ़ी भजिया, आमत, मुठिया, खुरमी, पपची, फरा, सोहारी

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