दक्षिण भारत में केले के पत्ते पर खाने का प्रचलन है। केले के पत्ते पर खाने को धार्मिक मान्यता से भी जोड़कर देखा जाता है। दक्षिण भारत की यह बहुत पुरानी परंपरा है। रेस्त्रां में भी केले के पत्तों में खाना सर्व किया जाता है। लेकिन आज किसी धार्मिक मान्यता से जुड़कर नहीं बल्कि सेहत के लिहाज से बात करेंगे। तो आइए जानते हैं केले के पत्तों के फायदों के बारे में। यह हमारी सेहत के साथ ही पर्यावरण के लिए भी कितना सुरक्षित है –
1. ग्रीन टी के गुण – ग्रीन टी पीना हर किसी के लिए आसान नहीं है। लेकिन सिर्फ केले के पत्ते में ग्रीन टी के गुण पाए जाते हैं। इसमें पॉलीफेनॉल
एक प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होता है। जिसका सीधा अच्छा असर आपकी सेहत पर पड़ता है।
2. बढ़ जाता है खाने का स्वाद – दरअसल, केले के पत्तों पर पतली सी मोम की परत होती है। गर्म खाना पत्ते पर रखने पर वह मोम पिघल जाता है और खाने में मिक्स हो जाता है। इससे खाने का स्वाद और बढ़ जाता है। इसलिए भी पत्ते पर खाना खाने का मजा होता है।
3. केमिकल युक्त – केले के पत्ते केमिकल युक्त होते हैं। इसे साफ करने के लिए साबुन या सर्फ की जरूरत नहीं पड़ती है। बल्कि थोड़े से पानी से केले के पत्ते को साफ हो जाते हैं।
4. स्किन के लिए फायदेमंद
– केले के पत्ते में भरपूर मात्रा में
एपिग्लो केटचीन गलेट मौजूद होता है। केले के पत्तों के साथ ही यह ग्रीन टी में भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसके सेवन से चेहरे पर ग्लो आता है। ग्रीन टी आपकी बॉडी को फिट रखने के साथ चेहरा का ग्लो भी बढ़ाता है।
5. पाचन क्रिया को रखें स्वस्थ्य – आजकल लोगों की पाचन क्रिया स्वस्थ्य नहीं रहती है। ऐसे में आप केले के पत्ते पर खाना शुरू कर सकते हैं। इससे आपका डाइजेशन बिना किसी दवा के भी ठीक हो सकता है। केले के पत्ते में मौजूद पॉलीफेनॉल्स नेचुरल एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। जिससे शरीर में मौजूद फ्री रेडिकल्स और दूसरी बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करने में मदद मिलती है। बात दें कि केले के पत्तों को खाया नहीं जा सकता है। क्योंकि पेट उसे पचा नहीं सकता है।