हर कोई चमकदार मुलायम बाल चाहता है, लेकिन ऐसा होता नहीं है. मौसम में बदलाव होने से बालों पर भी प्रभाव पड़ता है. खासतौर पर मानसून में अधिक नमी की वजह से स्कैल्प ड्राई हो जाती है. इस मौसम में लोग दो मुंहे बाल, बाल झड़ना, रूखे बाल आदि की समस्या से परेशान रहते हैं. इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं. कई बार झड़ते बालों का कारण हेयर प्रोडक्ट्स हो सकते हैं.
इन प्रोडक्ट्स में कई तरह के केमिकल होते हैं जो बालों को क्लींज करने में मदद करता है. लेकिन इसका असर हमारे स्कैल्प पर पड़ता है. इन प्रोडक्ट्स में मौजूद केमिकल बालों के लिए नुकसानदायक होता है. अगर आपको भी लगता है हेयर प्रॉब्लम्स का मुख्य कारण केमिकल युक्त शैंपू है तो हम आपको कुछ टिप्स दे रहे हैं ताकि शैंपू खरीदते समय इन बातों का रखें ध्यान. आइए जानते हैं इन टिप्स के बारे में.
अधिक मात्रा में सलेफेट होना – शैंपू में अधिक मात्रा में सलफेट नहीं होना चाहिए. इसकी वजह से स्कैल्प ड्राई हो जाती है. शैंपू में सलफेट की मात्रा अधिक होने से बाल रूखे हो जाते है. इसकी वजह से स्कैल्प कमजोर हो सकता है और बाल झड़ने की समस्या बढ़ सकती है.
हर्बल शैंपू में केमिकल की मात्रा – आर्गेनिक और हर्बल में H+ की मात्रा स्कैल्प के पीएच के लिए होता है. स्कैल्प का पीएच 4.5 से 5 के बीच होता है. किसी प्रोडक्ट्स में अधिक सामग्री है तो उसका इस्तेमाल करने से बचना चाहिए.
एब्रेसिव शैंपू – एब्रेसिव युक्त शैंपू बालों के लिए नुकसानदायत है. पहले के समय में स्कैल्प पर जमी गंदगी को साफ करने के लिए एब्रेसिव शैंपू का इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन ये बालों के लिए बहुत नुकसानदायक होता है. इसके अलावा पोषक तत्वों को एब्जॉर्ब नहीं करता है.
आराम से बाल में शैंपू लगाएं – ज्यादातर लोग शैंपू लगाते समय ये गलती करते हैं कि बालों को आराम से धोने की बजाय रगड़कर साफ करते हैं. बाल गीले होने पर 5 गुना अधिक नाजुक हो जाते हैं. इसलिए शैंपू करते समय सावधानी बरतें.
बालों के टाइप से शैंपू चुनें – शैंपू में कई तरह के प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल किया जाता है जो आपके बालों के टाइप के हिसाब से कई बार सही नहीं होता है. शैंपू में ग्लिसरीन, तेल, सिलिकॉन और केराटिन की मात्रा जरूर देखें. घुघराले, वेव और ड्राई बालों के लिए इन सभी चीजों की मात्रा अधिक होना चाहिए. वहीं, ऑयली बालों में इन सामग्रियों की मात्रा कम होती है.