दरार या नाराजगी के कारण रिलेशनशिप (Relationship) में कभी-कभी माहौल इस कदर बिगड़ जाता है कि पार्टनर्स को अलग तक हो जाना पड़ता है. हालात ऐसे बन जाते हैं कि वे एक ही घर में साथ होकर भी साथ नहीं होते हैं. रिश्ते में खटास के दौरान कपल एक-दूसरे से ज्यादा उम्मीदें लगाने लग जाते हैं और इनके टूटने पर दिक्कतें और बढ़ने लगती है. रिलेशनशिप में प्रॉब्लम (Problems in Relationship) के कारण कभी-कभी लोगों को डिप्रेशन (Depression) तक होने लग जाता है. वे अलग ढंग से व्यवहार करने लगते हैं, जो उन्हें अपनों से दूर करने लगता है. लोग डिप्रेशन को फेस कर रहे होते हैं, लेकिन उन्हें इसका अहसास नहीं होता. वे ये मानने को तैयार नहीं होते हैं कि उन्हें डिप्रेशन ने अपनी पकड़ में ले लिया है.
वैसे रिलेशनशिप में अगर डिप्रेशन हो जाए, तो इसके कई लक्षण दिखने लग जाते हैं. हम आपको ऐसे ही कुछ लक्षणों की जानकारी देने जा रहे हैं. साथ ही हम आपको ऐसे उपायों के बारे में बताएंगे, जिनकी मदद से रिश्ते में सुधार भी लाया जा सकता है.
पार्टनर को न समझना
रिश्ते में खटास या उसके खत्म होने की वजह कभी-कभी एक-दूसरे को न समझने की भूल हो सकती है. कपल अक्सर हालातों को या एक-दूसरे समझने के बजाय चीजों को और उलझा देते हैं. वे बात-बात पर झगड़ने लगते हैं. डिप्रेशन से ग्रस्त व्यक्ति पार्टनर को समझने के बजाय उससे झगड़ता रहता है. रिश्ते को बचाने के लिए अपने पार्टनर की बात को सुनें और समझने की कोशिश करें कि आखिर वो कहना क्या चाहता है. शांत होकर उसकी बात सुनने से हो सकता है कि गलतफहमियां दूर हो जाएं.
उम्मीदें
शादी या रिलेशनशिप में समय बीतने के बाद वे उम्मीदें बढ़ने लगती हैं. अगर इन उम्मीदों को पूरा न किया जाए, तो ये भी रिश्ते में कड़वाहट पैदा कर सकती हैं. डिप्रेशन से जूझ रहा व्यक्ति पार्टनर से हद से ज्यादा उम्मीदें लगाने लगता है और इनके टूटने पर वह और भी मानसिक तनाव को फेस करने लगता है. ये रिलेशनशिप में डिप्रेशन का ही एक लक्षण माना जाता है. हालांकि, पार्टनर से उम्मीदें लगाएं, लेकिन अगर यह पूरी न हो, तो इसको लेकर अफसोस करना भी ठीक नहीं है.
अकेलापन
डिप्रेशन के कारण रिलेशनशिप में पार्टनर अकेला भी महसूस करने लगता है. उसे लगता है कि उसका साथ देने वाला कोई नहीं है, जबिक रिपोर्ट्स के मुताबिक ये उसकी गलतफहमी होती है. ये कारण उसे पार्टनर से और भी दूर करने लगता है. रिलेशनशिप को अच्छा चलाना है, तो कभी भी मन में अकेलेपन जैसी फीलिंग न आने दे.
पार्टनर से दूरी
डिप्रेशन या स्ट्रेस के कारण अक्सर लोग अपने पार्टनर से दूरी बनाने लगते हैं, जबकि इस कंडीशन में उन्हें सबसे ज्यादा किसी के साथ की जरूरत होती है. विशेषज्ञों के मुताबिक प्रभावित व्यक्ति को पार्टनर से दूरी क्रिएट करने के बजाय उसके साथ समय बिताना चाहिए. बातचीत करने से गलतफहमियां तो दूर होंगी साथ ही मन भी हल्का होता है.