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Saturday, September 28, 2024
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Shahrukh Khan Kundli: शाहरुख खान की कुंडली का वो ग्रह, जिसने एक साधारण लड़के को बॉलीवुड का बादशाह बना दिया

मैंने कभी सुना था, जब शाहरुख खान के बुरे दिन चल रहे थे तो वो एक दिन मुंबई में थे. वहां पर समुद्र के पास जाकर उसे काफी देर तक निहारते रहे फिर उन्होंने बहुत जोर से समुद्र को संबोधित करते हुए बोला- हे! समुद्र एक दिन तू इस बात का गवाह होगा कि मैं इस देश की फिल्म इंडस्ट्री को रूल करूंगा. अगर ऐसा हुआ था या जो भी लोग जीवन में आर-पार की बात करते हैं, अधिकतर तो पागल समझे जाते हैं लेकिन कभी-कभी कोई बडबोला जो बोलता है उससे ज्यादा जीवन में कर गुजरता है.

साधारणतः इस तरह की घोषणा करने वालों को मूर्ख ही समझा जाता है. कई कहावतें भी हैं- थोथा चना बाजे घना या जो गरजते हैं वो बरसते नहीं. लेकिन कभी-कभी ऐसा भी होता है जो बादल गरजते हैं वो सबसे ज्यादा बरसते भी हैं.

शाहरुख खान एक अच्छे परिवार में पैदा हुए थे लेकिन जब तक ये अपने पैरों पर खड़े भी नहीं हुए थे इनके पिता का देहांत हो गया. बाद में मां भी चल बसी. ड्रामा, एक्टिंग का बचपन में ही शौक था. उसी की ट्रेनिंग भी ली. इनके गुरू बैरी जोहन थे जो बहुत सफल डायरेक्टर थे. उनकी छत्रछाया में इनका विकास हुआ. करियर की शुरूआत टेलीविजन सीरियल से हुई. जिन फिल्मों में सबसे ज्यादा नोटिस किए गए वो थी- बाजीगर और डर. इन दोनों ही फिल्मों में एंटी हीरो या विलेन का रोल किया था. उसके बाद सारी फिल्मों में ये हीरो हैं, सुपर हीरो हैं. इतनी सफल फिल्में है कि उनका जिक्र हर किसी की जुबान पर ऐसे ही आ जाता है. दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे, कुछ कुछ होता है, दिल तो पागल है, कल हो ना हो, रईस, माई नेम इज खान, मोहब्बतें, देवदास, कभी हां कभी ना आदि.

अब जरा कुंडली की बात हो जाए, फिर उस ग्रह की बात करेंगे जिसके कारण इनके जीवन में आमूलचूल परिवर्तन आया. शाहरुख खान का जन्म 2 नवम्बर 1965 को प्रातः 2 बजे दिल्ली में हुआ था. लग्न-सिंह, सूर्य-तुला, मंगल, बुध, केतु-वृश्चिक, शुक्र-धनु, चन्द्र-मकर, वक्री शनि-कुंभ, राहु-वृष और वक्री बृहस्पति-मिथुन में विराजमान थे.

सिंह लग्न और वो भी वर्गोत्तम, यह एक बहुत सुंदर संयोग होता है. लग्नेश सूर्य तृतीय भाव में और एकादश भाव में स्थित गुरू से दृष्ट. इसका अर्थ यह हुआ कि लग्न सिंह जो शेर का प्रतिनिधित्व करता है और शेर से यहां तात्पर्य आदमी की हिम्मत से होता है. तृतीय भाव में नीच का सूर्य व्यक्ति को बडबोला बनाता है और गुरू की दृष्टि होने के कारण वो जो बोलता है कर भी गुजरता है.

90 के दशक में शाहरुख खान ने खुद ही कहना शुरू कर दिया कि मैं बादशाह हूं और मजे की बात ये कि पूरा बॉलीवुड इन्हें किंग खान बोलता है और बादशाह के नाम से फिल्म भी बना दी जिसके हीरो ये खुद थे. शाहरुख खान से पहले ऐसा देखने में नहीं आता था कि व्यक्ति स्वयं अपनी तारीफ करे. उससे पहले दुनिया बड़ी संकोची थी लेकिन इनके बाद हर कोई दूसरे की तारीफ से पहले अपनी तारीफ करता है और अब यही ट्रेंड पूरी दुनिया में चल रहा है.

चतुर्थ भाव में मंगल, बुध और केतु हैं. यह अपने आप में एक राजयोग है जिसके चलते घर मेंशन होता है और कई घर होते हैं. शुक्र पंचम में एकादश में गुरू से दृष्टि संयोग बनाये हुए है. ऐसा व्यक्ति विद्वानों में विद्वान होता है और ये एक्टर्स की जमात में बड़े हुनर वाले एक्टर समझे जाते हैं. शनि सप्तम भाव में है और राजयोग बनाये हुए है. पत्नी के आने के बाद भाग्य खुल जाता है. दशम में राहू सबसे उत्तम समझा जाता है.

इनका फिल्मी करियर तो राहु के उत्तरार्ध में शुरू हुआ और राहु की तीन-चौथाई दशा बचपन में गुजर गई. राहु अच्छा होने के बाद भी बहुत ज्यादा भला नहीं कर पाया. 1992 से लेकर 2008 तक गुरू की दशा आयी और गुरू लाभ भाव में है. मंगल से दृष्ट है. शुक्र और सूर्य से संयोग बनाये हुए है और गुरू की दशा के आते ही शाहरुख खान किंग खान हो गये और पूरी दुनिया में छा गये.

1998 में हमने एक आर्टिकल हिन्दुस्तान टाइम्स में लिखा था, जिसमें हमने कहा था कि आने वाले समय में इन्हें बहुत सारे अवॉर्डस मिलेंगे और इनकी इनकम कई गुना बढ़ जायेगी. 2008 से शनि की दशा चल रही है जो 2027 तक चलेगी. शनि योग में है इसलिए इस दशा ने इन्हें बहुत सारे बिजनेस शुरू करा दिये जिसमें आईपीएल टीम, प्रोडक्शन और बहुत कुछ. इनकी पत्नी भी डिजाइनिंग का बिजनेस करती हैं. अब तो बच्चे भी जवान हो गये और फिल्मों में आने की तैयारी कर रहे हैं. इनकी कुंडली अच्छी नहीं बल्कि बहुत अच्छी है. और इनकी कुंडली का चमत्कारी ग्रह बृहस्पति है जिसने फर्श से उठाकर इन्हें अर्श पर रख दिया.

लेखक के बारे में: डॉ. अजय भांबी, ज्योतिष का एक जाना-पहचाना नाम हैं. डॉ. भांबी नक्षत्र ध्यान के विशेषज्ञ और उपचारकर्ता भी हैं. एक ज्योतिषी के रूप में पंडित भांबी की ख्याति दुनिया भर में फैली है. इन्होंने अंग्रेजी और हिंदी भाषा में कई किताबें लिखी हैं. साथ ही वह कई भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय समाचार पत्र-पत्रिकाओं के लिए लेख लिखते हैं. उनकी हालिया किताब प्लैनेटरी मेडिटेशन- ए कॉस्मिक अप्रोच इन इंग्लिश, काफी प्रसिद्ध हुई है. थाईलैंड के उप प्रधानमंत्री द्वारा बैंकाक में उन्हें World Icon Award 2018 से सम्मानित किया गया. उन्हें अखिल भारतीय ज्योतिष सम्मेलन में लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड भी मिल चुका है.

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