एक हालिया अध्ययन में वैज्ञानिकों ने बताया कि लाखों सालों तक पृथ्वी पर करीब 42 अरब डायनासोर का राज था। इसमें पाया गया कि विशाल जबड़े और बड़ी संख्या में दातों वाले 2.5 अरब टी-रेक्स डायनासोर करीब दस लाख सालों तक पृथ्वी पर विचरण कर रहे थे। यह अपनी तरह का पहला अध्ययन है, जिसमें डायनासोरों की संख्या का आकलन किया गया है।
द गार्जियन के मुताबिक, बर्कले के कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों की टीम ने टायरैनोसोरस (टी-रेक्स) के जीवाश्मों के अध्ययन के दौरान इनके आकार, परिपक्वता और ऊर्जा जरूरतों के आधार पर गणना शुरू की। वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया कि पृथ्वी पर डायनासोर की संख्या तकरीबन 42 अरब रही होगी। उन्होंने कहा कि डायनासोर की 1,27,000 से अधिक पीढ़ियां मौजूद थीं।
बेहद मददगार होगा यह अध्ययन : इस महत्वपूर्ण अध्ययन के प्रमुख लेखक और यूनिवर्सिटी ऑफ कैनिफोर्निया म्यूजियम ऑफ पेलियोन्टोलॉजी के निदेशक चार्ल्स मार्शल ने कहा कि टी-रेक्स डायनासोर के बहुत बड़े जबड़े और बहुत सारे दांत होते थे।
उन्होंने कहा कि डायनासोर की यह प्रजाति लाखों साल तक उत्तरी अमेरिका में विचरण करती रही थी। जनसंख्या घनत्व के आधार पर बतायागया कि वाशिंगटन डीसी में लगभग दो जगह या कैलिफोर्निया में इनकी संख्या 3,800 रही होगी। मार्शल ने कहा कि यह अनुमान आगे के शोधों के लिए फायदेमंद होगा और टी रेक्स जीवाश्मों के संरक्षण की दर का पता लगाने में मदद करेगा।
ऐसे किया जनसंख्या का आकलन
मार्शल की टीम ने सामान्य जीवविज्ञान नियम का उपयोग कर जनसंख्या गणना की, जो कहता है कि जानवर जितना बड़ा होगा, आबादी उतनी ही कम होगी। फिर उन्होंने अनुमान लगाया कि जिंदा रहने के लिए मांसाहारी टी रेक्स को कितनी ऊर्जा चाहिए। जितनी अधिक ऊर्जा की आवश्यकता है, उतनी ही कम जनसंख्या। उन्होंने यह भी माना कि टी रेक्स लगभग 14 से 17 साल की उम्र में यौन परिपक्वता तक पहुंच गया और सबसे अधिक 28 वर्षों तक जीवित रहा। इस अध्ययन के निष्कर्ष साइंस जर्नल में प्रकाशित किए गए हैं। प्रमुख शोधकर्ता चार्ल्स मार्शल के मुताबिक अलग-अलग क्षेत्रों से अब तक लगभग 100 टी रेक्स के जीवाश्म खोजे गए हैं। जांच के बाद पाया गया कि इनमें से 32 वयस्क हैं।