रिलायंस इंडस्ट्री के चेयरमैन और देश के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी ने कोरोना काल में पिछले साल अपने कारोबार का फोकस डिजिटल पर किया. जिसका फायदा यह हुआ कि कंपनी ने डिजिटल सेक्टर में जियो के जरिए नया आयाम स्थापित किया. अब मुकेश अंबानी एक बार फिर से अपने पुराने कारोबार यानी तेल रिफाइनिंग और पेट्रो कारोबार को मजबूत करने में जुट गए है.
इसके तहत मुकेश अंबानी की कपंनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने तेल रिफाइनिंग और पेट्रोरसायन इकाई में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी बिक्री के लिए सऊदी अरामको के साथ नकद और शेयर सौदे पर संभवत: बातचीत की है. एक रिपोर्ट में रिपोर्ट के मुताबिक सऊदी अरामको के साथ एक बार फिर से कंपनी की बातचीत शुरू हो चुकी है.
2019 में हुई थी घोषणा
दरअसल मुकेश अंबानी ने अगस्त 2019 में तेल व रसायन कारोबार (ओ2सी) में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी दुनिया के सबसे बड़े तेल निर्यातक कंपनी को बेचे जाने के बारे में बातचीत की घोषणा की थी. इस कारोबार में गुजरात के जामनगर में दो तेल रिफाइनरी और पेट्रोरसायन संपत्ति शामिल हैं. यह डील मार्च 2020 तक पूरा होना था लेकिन इसमें देरी हुई. हाालंकि इस डील में देरी क्यों हुई इसकी आधिकारिक घोषणा कभी नहीं की गई.
फिर शुरू हुई सऊदी अरामको से बातचीत
अब एक बार फिर से खबर आ रही है सऊदी अरामको के साथ रिलायंस की रुकी हुई डील पर फिर से बातचीत आगे बढ़ रही है. अंग्रेजी अखबार फाइनेंशियल टाइम्स ने सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट दी है कि हाल के सप्ताह में दोनों पक्षों के बीच बातचीत शुरू हुई है. इसमें कहा गया है कि सऊदी अरामको शुरू में हिस्सेदारी के लिए शेयर और बाद में कई साल में चरणबद्ध तरीके नकद भुगतान पर विचार कर रहा था. शेयर और नकद का अनुपात अभी चर्चा का विषय बना हुआ है और शर्तों को अंतिम रूप दिया जाना बाकी है. अगर ये डील फाइनल हो जाती है और रिलायंस के साथ देश के लिए भी पेट्रो और रसायन कारोबार में नई संभावनाएं बनने की गुजाइंश है.