देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) में कोरोना वायरस संक्रमण (Corona Virus Infection) के मामले तेजी से कम हो रहे हैं. ऐसे में दिल्ली के 11 सरकारी अस्पतालों में अब एक भी कोरोना संक्रमित मरीज एडमिट नहीं है. इनमें से पूर्वी दिल्ली स्थित गुरु तेगबहादुर हॉस्पिटल, सफदरजंग हॉस्पिटल और हिंदूराव जैसे बड़े हॉस्पिटल भी शामिल हैं. वहीं, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज में सबसे ज्यादा 65 कोरोना मरीज एडमिट हैं, जबकि लोकनायक हॉस्पिटल में 5 कोरोना संक्रमितों का इलाज चल रहा है.
दरअसल, राजधानी दिल्ली में कोरोना मरीजों के लिए कुल 16,344 बेड उपलब्ध हैं, जबकि इस समय में सिर्फ 246 कोरोना मरीज ही हॉस्पिटल में एडमिट हैं. इनमें से 240 मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर और 69 मरीज आईसीयू सपोर्ट पर हैं. फिलहाल राजधानी में कोरोना मरीजों के लिए कुल 16,098 बेड अभी भी खाली पड़े हैं, जिनमें से 12,000 से ज्यादा ऑक्सीजन बेड और 3000 से ज्यादा आईसीयू बेड हैं. इस दौरान कोरोना मरीजों के लिए 1299 वेंटिलेटर बेड भी खाली पड़े हुए हैं.
शहर में 379 मरीज एक्टिव
बता दें कि राजधानी दिल्ली में कोरोना के 379 एक्टिव मरीज हैं, जिनमें से दिल्ली के कई अस्पतालों में 246 मरीज हैं. हालांकि कोविड केयर सेंटर (Covid Care Center) में 7 और होम आइसोलेशन में 126 मरीज हैं. ऐसे में बीते शुक्रवार को दिल्ली में कोरोना के तेजी से घटते मामलों के साथ हॉटस्पॉट की संख्या भी घटकर 96 रह गई है. वहीं, दिल्ली के जीटीबी, सरदार वल्लभभाई पटेल अस्पताल, एम्स झज्जर, बुराड़ी अस्पताल, हिंदूराव, सफदरजंग, अंबेडकर नगर अस्पताल, राजीव गांधी सुपरस्पेशलिटी, दीपचंद बन्धु, जनकपुरी और राजनबाबू टीबी अस्पताल में कोरोना का एक भी मरीज एडमिट नही है.
बीते मई में सबसे ज्यादा 8 हजार मौतें
गौरतलब है कि इसी साल बीते मई के महीने में सबसे ज्यादा 8000 लोगों की कोरोना संक्रमण के चलते मौत हुई है. उस दौरान पूरा देश कोरोना महामारी की दूसरी लहर का सामना कर रहा था. स्वास्थ्य आंकड़ों के मुताबिक राजधानी में कोरोना संक्रमण से पहले 2 मरीजों की मौत 30 मार्च 2020 को दर्ज की गई थी लेकिन इस साल की स्थिति देखें तो जनवरी में 313, फरवरी में 61, मार्च में 117, अप्रैल में 5120, मई में 8004, जून में 826, जुलाई में 76 और अगस्त के महीने में 31 लोगों की मौत हुई है, जबकि सितंबर महीने में 3 मौतें अब तक दर्ज हुई हैं.